खेलPosted at: Aug 1 2020 9:58PM लगातार गोल करने के लिए स्ट्राइकर को अपनी छठी इंद्री जगाना जरूरी : भूटिया
नयी दिल्ली, 01 अगस्त (वार्ता) भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और स्ट्राइकर बाइचुंग भूटिया का कहना है कि स्ट्राइकर को लगातार गोल करने के लिए अपनी छठी इंद्री जगाना जरुरी होता है।
100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले भारत के पहले फुटबॉलर भूटिया ने एआईएफएफ टीवी के साथ चैट करते हुए कहा, “यह छठी इंद्री पर आधारित है। आपको भांपना पड़ता है कि गोल कहां से कर सकते है। विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकरों के पास यह क्षमता होती है। आपको स्थिति को पढ़ना होता है। जब तक आप छठी इंद्री को नहीं जगाते हैं तो आप सफल स्ट्राइकर नहीं बन सकते।”
टीम के मौजूदा कप्तान सुनील छेत्री ने कहा था कि भूटिया भाई के लिए गोल करना जीने-मरने की बात थी। इस पर उन्होंने कहा कि जब भी आपको लगे कि मौका है तो आपको कोशिश करनी चाहिए।
भूटिया ने कहा, “स्ट्राइकर के लिए यह मौके काफी नाजुक होते हैं। मैं छेत्री से कहता था कि आपको मौके भुनाने की जरुरत है जहां से आप गोल कर सकें। अगर आप बाहर से बॉक्स में घुस रहे हैं तो आपको पहले डिफेंडर को छकाना होगा और जब आप मुड़ेंगे और उनसे आगे आएंगे, अन्य खिलाड़ी आपको घेरने की कोशिश करेंगे। 10 में से एक या दो स्थिति में आपको गोल करने का मौका मिलता है। लेकिन आपको यह लगातार करना होता है। एक स्ट्राइकर के तौर पर आपको भांपना होता है क्योंकि आपके पास गेंद को नेट में डालने के लिए सिर्फ एक सेकेंड चाहिए होता है। यहां स्ट्राइकर को तकनीकी और मानसिक रूप से मजबूत होना पड़ता है।”
शोभित राज
जारी वार्ता