पटना 13 जून (वार्ता) बिहार के राज्यपाल एवं कुलाधपति लालजी टंडन ने राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के एजेंडे में छात्रहित को सर्वोपरि बताया और कहा कि कुलपति, शिक्षक, सरकार और राजभवन छात्रों का भविष्य सुधारने के लिए ही प्रयासरत हैं।
कुलाधिपति ने यहां कुलपतियों की बैठक के दौरान कहा, “उच्च शिक्षा के विकास में हमारा सर्वोच्च लक्ष्य हमारे छात्र हैं। कुलपति, शिक्षक, सरकार एवं राजभवन छात्रों का भविष्य सुधारने के लिए ही प्रयासरत हैं। उच्च शिक्षा के विकास के एजेंडे में छात्रहित सर्वोपरि है। विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की अधिक से अधिक उपस्थिति, उनका समय पर नामांकन, कक्षा का नियमित संचालन, उनके लिए उपयोगी, ज्ञानवर्द्धक और आधुनिक जरूरताें के अनुरूप रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम का निर्धारण, समय पर परीक्षा का आयोजन, ससमय परीक्षाफल प्रकाशन, दीक्षान्त समारोहों के जरिये डिग्री का वितरण एवं प्रमाण पत्रों का ऑनलाइन वितरण सुनिश्चित करना विश्वविद्यालयों का प्राथमिक दायित्व होना चाहिए।
श्री टंडन ने कहा कि ‘परीक्षा कैलेंडर’ का अनुपालन हर हालत में सुनिश्चित कराया जाना चाहिए। राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है, स्पष्ट नीति तैयार हो चुकी है तथा लगातार अनुश्रवण हो रहा है। ऐसे में आवश्यकता है कि विकास की प्रक्रिया को और अधिक तेज किया जाये। उन्होंने कहा कि नये भारत का निर्माण हो रहा है। बिहार की उच्च शिक्षा में हो रहे सुधार को पूरे देश में गंभीरता से देखा-परखा और स्वीकारा जा रहा है इसलिए आवश्यक है कि सभी कुलपति नवनिर्माण की इस प्रक्रिया में स्वयं भी यशस्वी बनकर उभरें और बिहार के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करें।
सूरज
जारी (वार्ता)