लखनऊ, 08 अक्टूबर(वार्ता)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के प्रयास को जारी रखने के निर्देश देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में कोविड-19 संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है।
श्री योगी गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस सफलता को हर हाल में बनाए रखते हुए संक्रमण को और कम करने के सक्रिय प्रयास निरन्तर जारी रखे जाएं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर जिलों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता व क्षमता से संचालित किया जाय। लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ व कानपुर नगर में विशेष सतर्कता बरती जाय। इन जिलों में मृत्यु दर में कमी लायी जाए। कोविड अस्पतालों में सीनियर डाॅक्टर्स राउण्ड लेते रहें।
उन्होंने 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के मद्देनजर पुलिस विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान के तहत शिक्षा, बाल विकास तथा महिला कल्याण विभाग को भी जोड़ते हुए कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन का एक विशेष अभियान चलाया जाय। उन्होंने कहा कि इसके तहत कूड़े निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एन्टी लार्वा तथा चूने इत्यादि का छिड़काव हो। इससे डेंगू व अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी। उन्होंने स्वच्छता व सेनिटाइजेशन अभियान के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के मद्देनजर अन्तर्विभागीय समन्वय करते हुए जिलों में सड़क व यातायात सुरक्षा के कार्यक्रम संचालित किए जाय।
ेश्री योगी ने कहा कि 15 अक्टूबर को विश्व हैण्ड वाॅश डे होता है। इस सम्बन्ध में जागरूकता के लिए बेसिक, माध्यमिक, प्राविधिक एवं उच्च शिक्षा विभाग से समन्वय बनाते हुए कार्यक्रम किए जाएं।
उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किए जाने की कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने इन्वेस्टर्स समिट के तहत हुए एमओयू तथा निवेश के सम्बन्ध में उद्यमियों व निवेशकों से संवाद व समन्वय बनाते हुए शीघ्र कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि तीन वर्गों के तहत निवेशकों से संवाद स्थापित किया जा रहा है। पहले वर्ग में वे निवेशक हैं, जिनकी परियोजनाओं का क्रियान्वयन अन्तिम चरण में है। दूसरे वह हैं जिनकी योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं तथा तीसरा वर्ग उन निवेशकों का है जो प्रदेश में निवेशक के इच्छुक हैं।
भंडारी
वार्ता