लोकरुचिPosted at: Dec 31 2016 4:55PM रविवार की सुबह एक सेकेंड आगे हो जायेगा समय
नयी दिल्ली 31 दिसंबर (वार्ता) नये साल की सुबह भारतीय समयानुसार पाँच बजकर 29 मिनट और 59 सेकेंड पर दुनिया भर में समय एक सेकेंड आगे हो जायेगा। दूसरे शब्दों में कहें तो ब्रिटेन में इस साल 31 दिसंबर की रात 12 बजे के बदले रात 11 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेंड पर ही नया साल आ जायेगा क्योंकि पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूमने की गति कम होने के कारण ठीक उसी समय पूरी दुनिया की घड़ियों को एक सेकेंड आगे किया जायेगा। इसे प्रक्रिया को लीप सेकेंड जोड़ना कहा जाता है। भारतीय मानक समय (आईएसटी) दिल्ली की राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला में स्थित परमाणु घड़ी के हिसाब से तय होती है। यह घड़ी दुनिया की उन 300 से अधिक परमाणु घड़ियों में शामिल है जो पूरे विश्व को संयोजित मानक समय (यूटीसी) प्रदान करने का काम करते हैं। इन सभी घड़ियों का नियमित मिलान किया जाता है। परमाणु घड़ी इतनी सटीक होती है कि एक बार समय सेट कर देने पर लाखों वर्ष में इनमें मात्र एक सेकेंड की गड़बड़ी की आशंका होती है। वर्ष 1972 से अब तक 36 बार समय में लीप सेकेंड जोड़े जा चुके हैं। नये साल में जोड़ा जाने वाले सेकेंड 37वाँ लीप सेकेंड होगा। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआई) की प्रयोगशाला एनपीएल के वैज्ञानिकों ने बताया कि जिन सर्वरों की घड़ियाँ सीधे एनपीएल की परमाणु घड़ी से जुड़ी हुई हैं उनमें सुबह पाँच बजकर 29 मिनट 59 सेकेंड पर एक सेकेंड अपने-आप जुड़ जायेगा। अन्य घड़ियों को एक सेकेंड आगे बढ़ाना होगा। यह एक सेकेंड का अंतर रोजमर्रा की जिंदगी में भले उतना महत्त्व नहीं रखता है, लेकिन खगोल विज्ञान, उपग्रह प्रक्षेपण तथा संचार नेटवर्कों के लिए इसका खास महत्त्व है। जब पृथ्वी के घूर्णन पर आधारित खगोलीय समय (यूटी1) और यूटीसी में 0.9 सेकेंड का अंतर हो जाता है तो यूटीसी में एक लीप सेकेंड जोड़ दिया जाता है। अजीत जितेन्द्र वार्ता