खेल » प्रोफाइलPosted at: May 26 2017 7:56PM 35 वर्ष के हो गये ओलंपिक रत्न सुशील
नयी दिल्ली, 26 मई (वार्ता) ओलंपिक इतिहास में भारत को दो व्यक्तिगत पदक दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी पहलवान सुशील कुमार शुक्रवार को 35 वर्ष के हो गये। वर्ष 2010 के विश्व चैंपियन और 2010 तथा 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके सुशील के जन्मदिन पर उनके प्रशंसकों में उन्हें बधाईयां दीं। दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में खासतौर पर सुशील का जन्मदिन मनाया गया जहां वह खेल प्रशासक के रूप में काम करते हैं। छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों ने हवन कर और मिठाइयां बांटकर सुशील का जन्मदिन मनाया। सुशील ने युवा पहलवानों को संबोधित करते हुये कहा“ हमेशा अपना लक्ष्य ऊंचा रखो, आपके लक्ष्य में पदक होना चाहिये और देश को गौरवान्वित करने की प्रतिबद्धता होनी चाहिये।” इस अवसर पर सुशील के गुरू और पद्मभूषण से सम्मानित महाबली सतपाल भी मौजूद थे। सतपाल ने कहा“ गुरू होने के नाते मैंने सुशील को यही आर्शीवाद दिया कि देश और कुश्ती के लिये अच्छा करो और अपने देशवासियों का सिर गर्व से ऊंचा करो।” द्रोणाचार्य अवार्डी सतपाल ने बताया कि सुशील की मेहनत आज भी जारी है और वह सुबह शाम अपना कड़ा अभ्यास करते हैं। सतपाल ने बताया कि सुशील का कहना है कि यदि शरीर पूरी तरह फिट रहता है तभी वह भविष्य में कुछ करने के बारे में सोच सकते हैं। सतपाल खुद भी छत्रसाल स्टेडियम में सुबह करीब तीन घंटे का समय पहलवानों को सिखाने में लगाते हैं। छत्रसाल स्टेडियम में करीब 290 पहलवान हॉस्टल में रहते हैं जिनमें से 80 पहलवान तो अंतरराष्ट्रीय ही हैं। सुशील का जन्मदिन छत्रसाल स्टेडियम के अलावा बवाना और नजफगढ़ के स्टेडियम में भी मनाया गया। सुशील ने नजफगढ़ स्टेडियम में लड़कियों की कुश्ती अकादमी भी खोल रखी है। भारत के सबसे नामी पहलवान सुशील अपने जुड़वां बेटों सुवर्ण और सुवीर सोलंकी को पहलवान बनाना चाहते हैं और इन्हें तीन साल की उम्र में ही अभी से अखाड़े में दांव पेच सिखाने लगे हैं। राज प्रीति वार्ता