कोलकाता, 10 फरवरी (वार्ता)पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस से संदेशखाली में अस्थिर स्थिति में हस्तक्षेप करने की मांग की साथ 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया कि अगर इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं की गईं और धारा 144 वापस नहीं ली गई तो सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता वहां मार्च करेंगे।
नंदीग्राम विधायक ने राज्य विधानसभा से राजभवन तक भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) विधायकों के प्रदर्शन मार्च का नेतृत्व किया और वहां राज्यपाल के अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा। श्री बोस केरल में छुट्टी पर है और आज शाम तक उनके लौटने की संभावना है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल को राज्य पुलिस ने दक्षिण 24 परगना के संदेशखाली के पास रामपुर में रोका दिया , जहां भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने कथित मारपीट की थी और पुलिस ने कोई सुरक्षा नहीं दी थी।
श्री अधिकारी ने आरोप लगाया कि संदेशखाली में शुक्रवार रात से निषेधाज्ञा लागू होते हुए भी तृणमूल के गुंडे उन ग्रामीणों पर अत्याचार कर रहे हैं, जिन्होंने फरार शहजान शेख और उसके दो करीबी सहयोगियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
उन्होंने राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, “राज्यपाल को दिए ज्ञापन में हमने उन्हें शांति और इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के लिए 24 घंटे का समय दिया है, अन्यथा हम सोमवार को संदेशखाली तक मार्च करेंगे।”
उन्होंने आरोप लगाया कि संदेशखाली में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है, अगर 24 घंटे के भीतर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई तो वह धारा 144 का उल्लंघन करेंगे।
सैनी,आशा
वार्ता