जौनपुर, 11 फरवरी (वार्ता) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक एवं मुख्य अतिथि रमेश जी ने जौनपुर में भव्य पथ संचालन के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह पथ संचलन शक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम नहीं है, अपितु राष्ट्र के प्रति सब कुछ समर्पित करने का भाव है। स्वयंसेवक अपने लिये नहीं, अपनों के लिये जीता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जौनपुर द्वारा सामाजिक एकता एवं सामाजिक समरसता के उद्देश्य से एक भव्य पथ संचलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम राज कालेज के मैदान में उपस्थित सभी स्वयंसेवकों के बीच परम पवित्र भगवा ध्वज फहराकर तथा संघ प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।
नगर कार्यवाह डा. राजीव द्वारा मंच पर उपस्थित लोगों का परिचय कराया गया। प्रांत प्रचारक ने संघ का इतिहास बताते हुए कहा कि 27 सितम्बर 1925 को आदरणीय गुरूजी केशव बलिराम हेडगेवार जी ने विजय दशमी के दिन आरएसएस की स्थापना की थी और हिन्दू समाज को एकत्रित करने का संकल्प लिया। वह संगठन आज वट वृक्ष बनकर दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 98 साल की साधना के पश्चात् संगठन 99 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है और एक वर्ष पश्चात् यह भारतवर्ष का पहला संगठन होगा जो राष्ट्रहित में कार्य करता हुआ अपने 100 वर्ष पूरा करेगा। उन्होंने बताया कि भारतवर्ष के स्वतंत्र होने के पश्चात् संघ द्वारा राष्ट्रहित में निरंतर किये गये कार्यों का यह परिणाम हुआ कि 26 जनवरी 1963 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा गणतंत्र परेड पर स्वयंसेवकों को बुलाकर उनका अभिवादन किया गया। आने वाले समय में भारतवर्ष जगद्गुरू और प्रबल राष्ट्र के रूप में स्थापित होगा।
मुख्य अतिथि उद्बोधन के पश्चात पथ संचलन का कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। बड़े ही अनुशासन व धैर्य का परिचय देते हुए भारी संख्या में उपस्थित स्वयंसेवकों द्वारा राज कालेज के मैदान से सब्जी मण्डी, कोतवाली, चहारसू, अटाला मस्जिद, किला होते हुए पुनः राज कालेज के मैदान में पथ संचलन का यह कार्यक्रम समाप्त किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रान्त प्रचारक प्रमुख श्रीराम चन्द्र जी, प्रान्त सम्पर्क प्रमुख दीन दयाल जी, प्रान्त कार्यालय प्रमुख जगदीश जी, विभाग प्रचारक अजीत जी, जिला प्रचारक रजत जी, शिव प्रकाश जी, डा. नितेश, जिला कार्यवाह रजनीश जी, नगर प्रचारक मण्डलेश्वर जी, भारत विकास परिषद शौर्य के अध्यक्ष डा. सन्दीप पाण्डेय, रामसूरत मौर्य, ज्ञान प्रकाश सिंह, अतुल जायसवाल, विनीत सेठ, विमल सिंह, पंकज सिंह, अमित निगम, ब्रह्मेश शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
संसोनिया
वार्ता