लोकरुचिPosted at: Nov 3 2017 11:34AM एग्रीटेक मीट में ऊंटनी के दूध की चाय मिलेगी
उदयपुर , 03 नवम्बर (वार्ता) राजस्थान के उदयपुर में आगामी सात से नौ नवम्बर तक चलने वाली “एग्रीटेक मीट” में पहली बार हल्की ठण्ड को देखते हुये ऊंटनी के औषधीयुक्त दूध की चाय पीने को मिलेगी।
एग्रीटेक मीट में उदयपुर जिले की गिर्वा तहसील के साकरोदा गांव निवासी जगदीश रेबारी अपनी धर्मपत्नि के साथ ऊंटनी के दूध की चाय की स्टॉल लगायेंगे। उन्होंने बताया की इस दूध में औषधीय गुण होने के कारण इसकी निरन्तर मांग बढ़ती जा रही है और वह स्वयं अनुमानित 125 लीटर से अधिक दूध रोज यहां बेच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दूध बेचने से उन्हें प्रतिमाह अच्छी आमदनी हो जाती हैं। वह रोज 25 लीटर दूध स्वयं की ऊंटनियों का तथा अन्य लोगों से 100 लीटर दूध एकत्रित कर 125 लीटर दुध 30 रूपये प्रति लीटर की दर से बैचते है। जिससे उसे प्रतिमाह 50 हजार से अधिक की आय हो जाती है। उसने बताया कि एक ऊंटनी दिन में तीन चार बार दूध देती है एवं प्रतिदिन आठ दस लीटर दूध उत्पादन किया जा सकता हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार ऊंटनी के दूध में लेक्टों गुण होने से यह सुपाच्य है। यह दूध आठ नौ घंटे तक खराब नहीं होता है। इसे नियमित पीने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और यह शूगर की बीमारी से लेकर थायराइड एवं कैंसर में भी उपयोगी है। सर्पदंश के लिये ऊंट के सीरम से एन्टीेविनम बनाया जा रहा है। यह हेपेटाइटिस बी एवं सामान्य त्वचा रोगों से भी निजात दिलाने में सहायक है।
रामसिंह पारीक गोस्वामी
वार्ता