राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: May 19 2020 5:00PM बसें तो नहीं उतरी मगर योगी के मंत्री उतर गये आरोप लगाने: तिवारी
लखनऊ 19 मई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिये बसों के संचालन में अनुमति को लेकर छिड़ी तकरार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि बसों को राज्य की सीमा में प्रवेश की अनुमति देने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल को उनकी पार्टी पर आरोप लगाने के लिये मैदान पर उतार दिया है।
बसों की सूची में आटो,टूव्हीलर के रजिस्ट्रेशन नम्बर दिये जाने के आरोप से भड़के कांग्रेसी नेता ने कहा कि भाजपा के लोगों द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ऐसे में पार्टी उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करायेगी।
श्री तिवारी ने यहां पार्टी दफ्तर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिये एक हजार बसों के संचालन की अनुमति मांगी थी। चार दिन बीते गये बसे तो नहीं उतरी लेकिन उत्तर प्रदेश का मंत्रिमंडल कांग्रेस पर आरोप लगाने के लिये उतर गया।
उन्होने कहा “ जो हमने सूची दी है वो बसों की है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से अभी ऐसी कोई सूची नहीं आई कि हमने जो लिस्ट दी है वह बसों की नहीं है। हम पहले लखनऊ आये फिर वहां जाये समय नष्ट होगा। लोग बॉर्डर पर परेशान है हज़ारो लोग इकठ्ठा है। बसों की तकनीकी जांच नोएडा या गाज़ियाबाद मे भी हो सकती है। हमने कोई झंडा या फोटो नहीं लगाया। कांग्रेस बसों के जरिये सिर्फ मजदूरों की मदद करना चाहती है। ”
श्री तिवारी ने कहा कि राजस्थान परिवहन निगम की बसें है इनको उत्तर प्रदेश मे घुसने नहीं दिया गया। दरअसल, बसों की कमी आज की तारीख मे नहीं है बल्कि सरकार की नीत और नियत मे दिक्कत है। आज भी परमिशन दे दो जो बसे खड़ी है वो चले गरीब आदमी अपने घरों तक पहुँच जाये।
प्रदीप
जारी वार्ता