Friday, Apr 26 2024 | Time 02:38 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


लोकसेवकों के आचरण से राज्य की पहचान बनती है : त्रिवेन्द्र

लोकसेवकों के आचरण से राज्य की पहचान बनती है : त्रिवेन्द्र

देहरादून 30 जुलाई(वार्ता) उत्तराखंड के सचिव, अपर सचिव, अनुभाग अधिकारी, अनु सचिव और उप सचिवों को आम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिये मंगलवार को सचिवालय में ‘लोक सेवा में नैतिकता’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में उन्हें लोक सेवा में नैतिकता का पाठ पढ़ाया गया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि लोक सेवक राज्य के आवरण हैं। हम सभी से राज्य की पहचान होती है। कार्मिकों से उनके विभाग की पहचान भी स्थापित होती है। उन्होंने कहा कि शासन व सरकार में शामिल लोगों के आचरण से सरकार की छवि बनती है। यदि अच्छी छवि है तो जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाता है। बुरी छवि होने से नकारात्मक संदेश जाता है।

श्री रावत ने कहा कि हम सभी चाहे सामान्य आदमी हों, कर्मचारी हों या बड़े अधिकारी हों, नियम कायदे सभी के लिए एक समान हैं। अगर हम अपनी जिम्मेदारियों के प्रति न्याय करते हैं तो हम नैतिक हैं। इसके विपरीत अपनी जिम्मेदारियों से अनजान बने रहना या लापरवाह रहना अनैतिक आचरण की श्रेणी में आता है।

उन्होंने कहा कि हमारा आचरण ही हमें महान बनाता है। अच्छी शिक्षा या उच्च पद पाने पर भी अगर हमारा व्यवहार सही नहीं है तो उच्च शिक्षा या पद का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि रावण बहुत ज्ञानी था परंतु आचरण अनैतिक था। राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। जितना ऊंचा पद होता है उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी होती है। समाज विशेष तौर पर युवा पीढ़ी की हमसे बहुत उम्मीदें हैं। ये हम पर है कि हम इन उम्मीदों को कितना पूरा कर पाते हैं।

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि हमें कोई भी निर्णय लेते समय सही और गलत का ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि निर्णय लेने में दुविधा है तो सबसे गरीब व्यक्ति का ध्यान रखते हुए यह विचार करें कि क्या हम अपने फैसले से उसके लिए कुछ अच्छा कर पा रहे हैं।

श्री सिहं ने कहा कि राज्य ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें राज्य को इससे अधिक लौटाना होगा। लक्ष्य 2020 का निर्धारण नैतिकता के आधार पर किया गया है। हमें इन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए हर सम्भव कोशिश करनी चाहिए। अपने सामान्य जीवन में नैतिकता का पालन करते हुए अपनी टेबल से समयबद्धता के साथ फाईलों का निस्तारण करना चाहिए। लोग हम पर भरोसा करके अपनी समस्याओं को लेकर व्यक्तिगत या फोन पर सम्पर्क करते हैं। हमारा दायित्व है कि हम उनकी बात को ध्यान से सुनें और यथासम्भव राहत देने की कोशिश करें।

पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि सभी अधिकारियों को नियमों की पूरी जानकारी होती है। इन नियमों का पालन करते हुए लोक सेवा में नैतिक आचरण बनाया रखा जा सकता है। दक्षता, ज्ञान व मनोवृत्ति सबसे महत्वपूर्ण हैं।

कार्यशाला को आत्मचिंतन का महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए उन्होंने कहा कि सही व गलत की पहचान जरूरी है। जनसामान्य के जीवन-गुणवत्ता में सुधार, शासन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। हम अधिकारियों को अच्छा वेतन व अन्य सुविधाएं मिलती हैं जबकि एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जिसे कि अपनी सामान्य जरूरतों को पूरा करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती है। सामान्य जन के लिए अधिकारियों का उपलब्ध रहना सबसे महत्वपूर्ण है।

कार्यशाला को अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने भी सम्बोधित किया। एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने सतर्कता अधिष्ठान की ओर से प्रस्तुतिकरण दिया। कार्यशाला का संचालन अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने किया।

 

More News
एनसीबीसी ने मुसलमानों के लिए पूर्ण आरक्षण पर मुख्य सचिव को तलब करने की घोषणा की

एनसीबीसी ने मुसलमानों के लिए पूर्ण आरक्षण पर मुख्य सचिव को तलब करने की घोषणा की

25 Apr 2024 | 10:32 PM

बेंगलुरु, 25 अप्रैल (वार्ता) राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) ने गुरुवार को मुस्लिम समुदाय को "पूर्ण आरक्षण" देने के राज्य सरकार के फैसले पर कर्नाटक के मुख्य सचिव को तलब करने की घोषणा की।

see more..
वाईएसआरसीपी को हराने के लिए विपक्ष मेरी दो बहनों का इस्तेमाल कर रहा है: जगन रेड्डी

वाईएसआरसीपी को हराने के लिए विपक्ष मेरी दो बहनों का इस्तेमाल कर रहा है: जगन रेड्डी

25 Apr 2024 | 8:37 PM

कडप्पा, 25 अप्रैल (वार्ता) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि लोग दिग्गज नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के उत्तराधिकारी का फैसला करेंगे, लेकिन प्रतिद्वंद्वियों से हाथ मिलाने वालों का नहीं।

see more..
image