जम्मू, 08 अक्टूबर (वार्ता) श्रीनगर के एक स्कूल में गुरूवार काे अज्ञात आतंकवादियों के एक हमले में मृत शिक्षक दीपक चंद का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उनके परिवार और परिजनों की उपस्थिति में किया गया।
श्रीनगर में गुरुवार को बंदूकधारियों के हमले में दो शिक्षकों की मौत हो गयी थी और रात को ही शिक्षकों के पार्थिव शव यहां लाए गए थे। दो स्कूली शिक्षकों के आतंकियों के हाथ मारे जाने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जम्मू में गुरुवार दोपहर से ही मातम का माहौल छा गया। दीपक चंद जम्मू में पटोली मोड़ के निवासी थे।उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, अपने पिता लाल चंद की पहली पुण्यतिथि की रस्मों को पूरा करने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए वह रविवार को कश्मीर लौटे थे।
दीपक अपनी पत्नी और तीन साल की बेटी के साथ पटोली मोड़ के इंदिरा नगर में किराए के एक घर में रहते थे। उनके परिवार ने कहा, 'हमारे परिवार के लिए कश्मीर स्वर्ग नहीं, बल्कि नरक है क्योंकि इसने हमारे करीबी को हमसे छीन लिया है।' इस दौरान सभी लोगों ने इस शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति दिखाई और उनका ढांढस बंधाया।जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने यहां हाल ही में हुए आतंकी हमलों की निंदा की है, जिसमें आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
अरिजीता जितेन्द्र
वार्ता