राज्य » राजस्थानPosted at: Dec 24 2021 9:21PM दर्पण सभागार कला प्रस्तुतियों से गुंजायमान हो उठा
उदयपुर, 24 दिसम्बर (वार्ता) राजस्थान के उदयपुर में शिल्पग्राम में आयोजित ‘‘शिल्पग्राम उत्सव’ में आज एक ओर जहां दिन भर विभिन्न स्थानों पर कला प्रस्तुतियाँ हुई वहीं दर्पण सभागार कला प्रस्तुतियों से गुंजायमान हो उठा।
दोपहर में मुक्ताकाशी रंगमंच पर गुजरात महाराष्ट्र के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियाँ दी। इनमें गुजरात की वसावा जनजाति का वसावा होली नृत्य जिसमें कलाकारों ने चित्ताकर्षक संरचनाएं बनाई व अपने नर्तन से उत्साह भरा। सिद्दिी धमाल नृत्य की प्रस्तुति को दर्शकों द्वारा सराहा गया वहीं ढोलकी, मुगरवान, शंख की ध्वनि पर तीव्र लयकारी पर दर्शकों ने करतल ध्वनि से संगत करते हुए कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
दर्पण सभागार में महाराष्ट्र के कलाकारों की प्रस्तुतियों ने मनमोह लिया। इस अवसर पर महाराष्ट्र का शेतकारी नृत्य वहां के कृषक समुदाय से जुड़ा नृत्य था तो दमण के कलाकारों ने माछी नृत्य समुदाय द्वारा किये जाने वाले मत्स्य आखेट के दृश्यों को मंच पर साकार किया। लावाण्ी महाराष्ट्र की समृद्ध परंपरा है जिसमें शास्त्रीय नृत्य संगीत का अनूठा मिश्रण होता है। मराठी नर्तकियों ने लावणी शैली में अपनी नृत्य मुद्राओं से लुभाया।
रामसिंह
वार्ता