राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 28 2020 10:47PM एनपीआर के लिए 2011 का पुराना तरीका ही लागू हो : नीतीश
पटना 28 जनवरी (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के लिए वर्ष 2011 का पुराना तरीका लागू करने की वकालत करते हुए आज कहा कि इसके नए प्रावधानों के कारण देश में भ्रम और भय का माहौल बन रहा है, जिसे टाला जाना चाहिए ।
श्री कुमार ने अपने आवास पर बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के समय भी एनपीआर बनाई गई थी । इस बार एनपीआर बनाई जानी है, जो नई बात नहीं है लेकिन इस बार इसमें कुछ ऐसे बदलाव किए गए हैं जिसके कारण लोगों में भ्रम और भय का माहौल बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माता-पिता का जन्म कहां हुआ है जैसे प्रश्नों के बारे में गरीब लोगों को शायद ही जानकारी हो। उन्हें भी अपनी मां की जन्मतिथि का पता नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी चीजों के बारे में जानकारी देना जरूरी नहीं है, यह बात तो बताई जा रही है लेकिन इसको अंकित करने की भी क्या जरूरत है। इससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा होती है इसलिए ऐसे सवालों को जोड़ने की आवश्यकता नहीं है।
शिवा सूरज
जारी वार्ता