खंडवा, 12 अक्टूबर (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने आज कहा कि मध्यप्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव केंद्र की नरेंद्र मोदी और राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार को संदेश देने वाले साबित होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने खंडवा संसदीय उपचुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी राजनारायण सिंह के पक्ष में यहां चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और अन्य नेता भी मौजूद थे।
श्री कमलनाथ ने अपने संबोधन के दौरान श्री मोदी, श्री चौहान के अलावा प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को भी निशाने पर लिया। उन्होंने जहां मोदी और चौहान सरकार की नीतियों की आलोचना की, तो श्री शर्मा के संबंध में कहा कि जब उन्होंने 'नेकर' पहनना नहीं सीखा था, तब वे (कमलनाथ) सांसद बन गए थे और अब वे हमें पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने श्री चौहान के संबंध में कहा कि वे 'एक्टिंग' बेहतर तरीके से कर लेते हैं और उन्हें मुंबई चले जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने 15 माह की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए दावा किया कि उन्होंने किसानों के ऋण माफ किए थे। जनता के हित में अन्य कदम भी उठाए थे। वहीं उन्होंने श्री शिवराज सिंह चौहान के 15 वर्ष से अधिक के शासन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान सिर्फ घोषणाएं कीं। वे अब भी घोषणा करते जा रहे हैं। जबकि समझना चाहिए कि सरकार चलाने और 'मुंह चलाने' में फर्क होता है।
श्री कमलनाथ ने मोदी सरकार की नीतियों की भी आलोचना की और कहा कि जीएसटी और नोटबंदी जैसे कदमों के कारण देश और लोगों ने काफी नुकसान उठाया है। नागरिक इन कारणों से अब भी परेशान है। अब महंगायी कहां पहुंच गयी है, यह भी बताने की जरूरत नहीं है। लोगों को रोजगार चाहिए। महंगायी से निजात चाहिए। लेकिन यह सब उन्हें नहीं मिल पा रहा है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों से सरकार का भविष्य अमूनन तय नहीं होता है, लेकिन जनता इनके माध्यम से सत्तारूढ़ दल को संदेश दे सकती है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि जनता सरकार को संदेश जरूर देगी। उन्होंने इस अवसर पर इस इलाके के दिग्गज कांग्रेस नेता दिवंगत सुभाष यादव और उनके कार्यों का भी जिक्र किया।
मध्यप्रदेश में खंडवा संसदीय क्षेत्र के अलावा जोबट, रैगांव और पृथ्वीपुर विधानसभा के लिए उपचुनाव हो रहे हैं। उपचुनावों के मद्देनजर श्री कमलनाथ की यह पहली औपचारिक चुनावी सभा थी। उपचुनावाें के लिए मतदान 30 अक्टूबर को होगा और नतीजे 02 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
सं प्रशांत
वार्ता