राज्यPosted at: Sep 3 2018 7:08PM रोडवेजकर्मी पांच को चक्का जाम करने पर अड़े, अन्य संघों का भी समर्थन
भिवानी, 03 सितम्बर(वार्ता) हरियाणा सरकार द्वारा एस्मा लगाने के बावजूद रोडवेज कर्मी रोडवेज के बेड़े में 700 प्राईवेट बसें शामिल करने के विरोध में अपनी पांच सितम्बर की प्रस्तावित हड़ताल को लेकर अड़ गये हैं और राज्य की अन्य पांच कर्मचारी यूनियनें भी उनके समर्थन में आ गई हैं।
राज्य की पांच कर्मचारियों के प्रधानों की आज यहां हुई बैठक में संयुक्त संघर्ष समिति ने पांच सितम्बर की हड़ताल के लिए एकजुट होने तथा राज्य सरकार के साथ आरपार की लड़ाई का ऐलान किया। सर्व कर्मचारी संघ के डिपू प्रधान राजकुमार दलाल तथा रोजवेज कर्मचारी महासंघ के डिपो प्रधान हरज्ञान घनघस ने साथ ही यह चेतावनी भी दी कि सरकार और पुलिस ने अगर हड़ताल को रोकने के लिये दमनकारी नीति अपनाई तो उसी हड़ताल अनिश्चिकालीन कर दी जाएगी।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार जब तक 700 निजी बसों को परमिट जारी करने का फैसला वापिस नहीं लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उनका आरोप था कि सरकार रोडवेज का निजीकरण करने का प्रयास कर रही है जिससे उनके रोजगार पर संकट खड़ा होगा। उनका कहना है कि सरकार प्राइवेट बसें लेने के बजाए रोडवेज के बेड़े में अतिरिक्त बसें शामिल करे। कुछ बसे कलपुर्जों के अभाव में वर्कशॉपों में खड़ी हैं। अगर ये कल पुर्जे आ जाएं तो अनेक बसें ठीक होकर सड़कों पर आ जाएंगी।
सं.रमेश1841
वार्ता