नयी दिल्ली, 25 नवंबर (वार्ता) केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को यहां कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा की प्रवृति को उनका राजनीतिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण करने से ही दूर किया जा सकता है।
श्री चौहान ने यहां महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़ी नयी चेतना 3.0 अभियान की शुरुआत के मौके पर कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये अभी और तेजी से काम किये जाने की जरूरत है। उन्होंने महिलाओं के प्रति हिंसा और दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराधों की घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि आंकड़ों के अनुसार 90 प्रतिशत यौन हिंसा की घटनायें महिलाओं के परिचित और रिश्तेदार ही करते हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति जघन्य अपराध करने वालों के प्रति कठोरतम दंड के प्रावधान किये जाने चाहिये। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति दरिंदगी करने वालों को दंडित करते समय मानवाधिकारों की परवाह नहीं किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा, “ दरिंदों के कैसे मानवाधिकार, हां, सज्जनों के प्रति मानवाधिकारों का ख्याल जरूर किया जाना चाहिये। ”
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस मौके पर कहा कि नयी चेतना 3.0 एक उल्लेखनीय पहल है, निवारण तंत्र के मामले में यह बहुत महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि महिलायें राष्ट्र निर्माण में तभी योगदान दे पायेंगी, जब उन्हें भयमुक्त वातावरण मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि महिलाओं को निरन्तर सुरक्षित और भयमुक्त माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 13916 थानों में महिला सहायता डेस्क स्थापित की गयी हैं, जिससे महिलाओं को थानों में अपने विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज कराने में बहुत सहूलियत हो रही है।
इससे पहले श्री चौहान और श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने नयी चेतना 3.0 की मार्गदर्शिका की शुरुआत की।
श्रवण, मनोहर, उप्रेती
वार्ता