बड़वानी, 27 नवंबर (वार्ता ) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश सरकार बिरसा मुंडा के आदर्शो पर चल कर उनकी ही तरह भारतीय संस्कृति धर्म और परंपरा की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज दोपहर बड़वानी जिले के ऊंची ग्राम में आयोजित प्रदेश के दूसरे जनजाति गौरव सम्मान समारोह में बिरसा मुंडा समेत अन्य आदिवासी महानायकों का स्मरण करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार उनकी तरह ही भारतीय संस्कृति धर्म और परंपरा की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा को अंग्रेजों से भारतीय संस्कृति परंपरा और धर्म की रक्षा करने वाला निरूपित किया। उन्होंने भीमा नायक, टंट्या भील अन्य आदिवासी नायकों के योगदान को याद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इन महानायकों के आदर्शों पर चल रही है। सेवा की आड़ में धर्मांतरण का कुचक्र प्रदेश में नहीं चलने दिया जाएगा। प्रलोभन देने वालों को सींखचों के पीछे भेज दिया जाएगा।
केंद्र तथा राज्य की भाजपा सरकार द्वारा समाज, संस्कृति और धर्म को जीवित रखने वाले आदिवासी महानायकों की जन्मभूमि पर उनके स्मारक बनाये जाने की योजना का हवाला देते हुए बताया कि जबलपुर में अंग्रेजों द्वारा तोप के मुंह से उड़ा दिए जाने वाले वीर रघुनाथ शाह एवं शंकर शाह की स्मृति में 5 करोड़ की लागत से स्मारक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के आदिवासी महानाय टंट्या मामा को तथा भीमा नायक के कृतत्व के सम्मान के लिए प्रदेश सरकार हर वर्ष उनकी जन्मतिथि पर मेले आयोजित करेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ शरारती तत्व प्रलोभन अथवा अन्य षड्यंत्र के माध्यम से लव जिहाद जैसे कृत्य कर हमारी सामाजिक समरसता, धर्म व संस्कृति से विमुख करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उन्हें कड़े कानूनों के दायरे में लाकर ऐसा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन तत्वों पर नजर रख समस्त त्यौहार परम्परानुसार धूमधाम से मनाएं। उन्होंने कहा कि भारत की मुख्य धारा जनजाति धारा है, जिसके बगैर देश अधूरा है। हमारा संकल्प है कि जल जंगल और जमीन पर किसी को डाका नहीं डालने दिया जाएगा।
सं विश्वकर्मा
जारी वार्ता