राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 5 2020 11:49PM राज्य सरकार शीघ्र ही नयी पर्यटन नीति लायेगी-गहलोत
जयपुर, 05 अगस्त (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार शीघ्र ही नयी पर्यटन नीति लायेगी।
श्री गहलाेत ने आज अपने निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि
राजस्थान पर्यटन का महत्वपूर्ण केन्द्र है। इससे लाखों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है। पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार जल्द ही नई पर्यटन नीति लाएगी। राज्य में करीब 20 साल बाद लाई जा रही इस पर्यटन नीति से कोविड-19 के कारण संकट का सामना कर रहे पर्यटन क्षेत्र को पुनः पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मेले एवं उत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। ज्यादा से ज्यादा देशी एवं विदेशी पर्यटक इनसे जुड़ सकें इसके लिए इन्हें नया रूप दिया जाए। पुष्कर मेला, डेजर्ट फेस्टिवल, कुंभलगढ़, बूंदी उत्सव सहित अन्य मेलों एवं उत्सवों की नए सिरे से ब्रांडिंग की जाए। इनमें नई सोच के साथ ऎसी गतिविधियाें को शामिल करें जिनसे पर्यटक आकर्षित हों।
श्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में बड़ी संख्या में प्राचीन एवं पुरामहत्व के धार्मिक स्थल हैं। अधिकारी धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से इन धार्मिक स्थलों के विकास की रूपरेखा तैयार करें। भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में पानी की समस्या दूर करने के लिए स्थायी हल निकाला जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर लपकों की समस्या के कारण सैलानियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है और ठगी की शिकायतें भी सामने आती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाए। इस अवसर पर उन्होंने पर्यटन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों से संवाद करके पर्यटन को गति देने के लिए उनके सुझाव भी जाने।
सुनील
वार्ता