राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 5 2019 9:00PM पेड़ है तो जल है, जल है तो कल है : संजय सिंह
झांसी 05 जून (वार्ता) विश्व पर्यावरण दिवस पर उत्तर प्रदेश के झांसी जिले मे पर्यावरण को हरा भरा बनाने को लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रमो का आयोजन किया गया और वृक्षारोपण किया गया साथ ही इन पेडों को बचाए रखने का भी संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर बबीना ब्लॉक के मानपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में इसक्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण की क्षेत्र में सक्रिय जल सहेली और पानी पंचायत की महिलाओं ने सक्रिय सहभागिता निभाने वाली महिलाओं ने ना केवल वृक्ष लगाए, बल्कि उन्हें जिंदा रखने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जलजन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ संजय सिंह ने कहा “ पेड़ है तो जल है, जल है तो कल है। विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व धीरे-धीरे बहुत अधिक बढ़ता जा रहा है। जिस तरह से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव हमें देखने को मिल रहा है वह आने वाले समय के लिए सबसे ज्यादा घातक है। धरती का तापमान बढ़ रहा है जिसके कारण सूखे जैसे हालात लगातार देखने को मिल रहे हैं । बरसात के दिनों में अतिवृष्टि, अनावृष्टि जाड़े में अधिक जाड़ा और गर्मी यह सब जलवायु परिवर्तन का प्रभाव है । इस सब को बचाने के लिए हमारे पास एक ही तरीका है कि हम अधिक से अधिक पेड़ों को लगाएं और बचाएं, पानी के संरक्षण का विवेकपूर्ण उपयोग करें।”
जिस तरह से मानपुर गांव के लोग अपने गांव के तालाब को जिंदा रखे हुए हैं और इस भीषण गर्मी में भी इस तालाब में पर्याप्त पानी है। इस पानी को देख कर मन प्रफुल्लित और प्रसन्न होता है। इस अवसर पर बबीना रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री सेंगर ने कहा कि वन विभाग इस बार बहुत बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराने जा रहा है अकेले उनके रेंज में करीब एक लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। इन पौधों को लगाने के लिए और बचाने के लिए समाज का सहयोग आवश्यक है। बिना समाज के सहयोग के इतने बड़े कार्य को पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने जल सहेली और पानी पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
सोनिया
जारी वार्ता