मुंबई, 26 जुलाई (वार्ता) विश्व चैंपियन भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कहा है कि 2012 में ओलंपिक चैंपियन ली जुईरुई को हराना उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ और इससे उनका मनोबल काफी ऊंचा हो गया।
सिंधू ने ऑनइलान चैट शो ‘इन द स्पोर्टलाइट’ में टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ बातचीत में यह खुलासा किया है। सिंधू ने कहा, “मेरे लिए महत्वपूर्ण मोड़ उस समय आया जब मैंने 2012 में ली जुईरुई को हराया। वह उस समय ओलंपिक चैंपियन थीं और मैंने उन्हें चाइना मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में हराया था।”
उन्होंने कहा कि जुईरुई को हराने के बाद उनका आत्मविश्वास बहुत ज्यादा बढ़ गया और इससे उन्हें पहले से ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिली। इसके एक साल बाद उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला कांस्य पदक जीता था।
25 वर्षीय सिंधू 2016 रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता हैं और 2019 में उन्होंने भारत की पहली विश्व चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी होने का गौरव हासिल किया था। विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने कुल पांच पदक जीते हैं जिनमें दो कांस्य, दो रजत और एक स्वर्ण पदक शामिल है।
सिंधू ने कहा, “जब मैंने खेलना शुरू किया तो मैं अच्छा प्रदर्शन कर रही थी लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का नहीं था। मैं पहले दौर, क्वालीफाईंग दौर में हार जाती थी। मुझे अहसास हुआ कि मुझे बेहतर खेल दिखाना होगा और तब मैंने कड़ी मेहनत शुरू की।”
सिंधू ने कहा, “मुझे हार पर दुख होता था और मैं सोचती थी कि मैं क्या गलतियां कर रही हूं। मैं अन्य की तरह कड़ी मेहनत कर रही थी। लेकिन ओलम्पिक चैंपियन खिलाड़ी को हराने से मुझे विश्वास मिला और मेरे खेल में सुधार आना शुरू हो गया।”
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता तौफीक हिदायत के बैकहैंड और दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन डैन की खेल शैली की प्रशंसक सिंधू ने याद किया किस तरह से उनके रियो में रजत जीतने के बाद हैदराबाद पहुंचने पर एक प्रशंसक ने अपने महीने का वेतन उन्हें सौंप दिया था। विश्व में सातवें नंबर की खिलाड़ी ने कहा, “यह दिल छूने वाली घटना थी और मुझे आज भी यह अच्छी तरह से याद है। मैंने उन्हें पत्र लिखा और कुछ पैसा भी भेजा।”
सिंधू कोरोना वायरस महामारी के समय अपने घर पर ही प्रशिक्षण ले रही हैं और साथ ही अपने परिवार के साथ अच्छा समय भी बिता रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कुछ नई चीजें भी सीख ली हैं।
उन्होंने कहा, “मैं कुछ नई चीजें सीख रही हूं, जैसे कि मैं आजकल पेंटिंग करती हूं। मैं खाना भी बना रही हूं और बेकिंग भी कर रही हूं। यह वास्तव में बहुत दिलचस्प है क्योंकि इससे पहले मेरे जीवन में सिर्फ बैडमिंटन था लेकिन अब अलग-अलग चीजें सीख रही हूं जो रचनात्मक है।”
प्रियंका राज
वार्ता