भारतPosted at: Nov 14 2018 3:10PM विश्व का सबसे सस्ता मॉर्डन ट्रेन सेट है टी-18
नयी दिल्ली 14 नवंबर (वार्ता) भारतीय रेलवे ने स्वदेशी तकनीक से बने पहले ट्रेन सेट टी-18 के विश्व का सबसे सस्ता एवं आधुनिकतम ट्रेन सेट होने का दावा करते हुए इसे विश्व रेल तकनीक बाज़ार में पेश करने का इरादा व्यक्त किया है।
चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में रिकॉर्ड 18 माह में तैयार हुए ट्रेन सेट टी-18 को परीक्षण के लिए आज उत्तर रेलवे एवं रेलवे के अनुसंधान विकास एवं मानक संगठन (आरडीएसअो) के हवाले कर दिया गया। राजधानी के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर इसे परीक्षण के लिए मुरादाबाद रवाना करने से पहले यूनीवार्ता से बातचीत में रेलवे के उच्चपदस्थ सूत्रों ने दावा किया कि 16 कोच वाला यह ट्रेन सेट विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप और पूर्णत: भारतीय तकनीक एवं डिजायन पर बना है और इसे बनाने में केवल सौ करोड़ रुपए की लागत आयी है।
सूत्रों ने कहा कि दुनिया में कहीं भी 16 कोच का ऐसा ट्रेन सेट सौ करोड़ रुपए में नहीं बन सकता। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही टी-18 का दूसरा रैक तैयार किया जाएगा और उसके बाद नियमित उत्पादन शुरु होगा। उन्होंने कहा कि नियमित उत्पादन शुरू हाेने पर प्रति कोच की लागत घटकर पांच करोड़ रुपए से भी कम होने की उम्मीद है। इस प्रकार से सौ करोड़ रुपए में तैयार होने वाले इस ट्रेन सेट की लागत 80 करोड़ रुपए से कम होने की संभावना है।
सूत्रों ने कहा कि यह गाड़ी भारतीय रेलवे के इतिहास में एक मील का पत्थर है। यह पहला वैल्ड होने के नौ महीने बाद तैयार हो कर फैक्टरी के बाहर आयी है। अब इसे वैश्विक रेल तकनीक मेलों/सम्मेलनों में पेश किया जाएगा। उन्होंने श्रीलंका को डीज़ल मल्टीपल यूनिट दिये जाने का उल्लेख करते हुए उम्मीद जतायी कि भारतीय रेलवे को दुनिया के तमाम देशों से उसकी आधुनिकतम तकनीक एवं कीमत के आधार पर ऑर्डर मिलेंगे।
सचिन संजीव
जारी वार्ता