श्रीनगर 02 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में युवा पीढ़ी शांति के महत्व को समझ गई है और उनके हाथों में विनाश के उपकरण नहीं बल्कि सृजन के साधन हैं।
श्री सिन्हा ने आज यहां राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारे युवा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने और एक समृद्ध समाज का निर्माण करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।'
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में युवा पीढ़ी अब शांति और लोकतांत्रिक मूल्यों के महत्व को समझती है और इसलिए आज उनके हाथों में विनाश के उपकरण नहीं बल्कि सृजन के साधन हैं।
यह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किया गया था साथ ही 'स्वच्छता पखवाड़ा' और 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' का समापन समारोह भी था।
उन्होंने अपने संबोधन में गांधी जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि बापू के नेतृत्व, आदर्शों और मूल्यों ने पूरे देश को स्वतंत्रता के लिए एकजुट होने और एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया है जो दुनिया की शांति और प्रगति में स्थायी योगदान देगा। उन्होंने लोगों, विशेषकर युवाओं से सभी शहरों और गांवों में एक स्थान की पहचान करने और महीने का एक दिन स्वच्छता अभियान और श्रमदान जैसी गतिविधियों के लिए समर्पित करने का आग्रह किया।
उपराज्यपाल ने समाज के सभी वर्गों से बापू के जीवन से प्रेरणा लेने और जन कल्याण की दिशा में काम करने की भी अपील की। उन्होंने कहा, 'बापू का सपना था कि भारत मानवता के लिए आशा की किरण बने और यह एक शांतिपूर्ण, आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बने। इन सपनों को पूरा करने की जिम्मेदारी 140 करोड़ भारतीयों पर है और युवा पीढ़ी को इस यात्रा में बड़ी भूमिका निभानी होगी।'
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने गांधी जयंती समारोह के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।
जांगिड़
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