राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 4 2024 9:57PM क्रिकेट में पहले की तुलना में अभी मैनेजर बनने में काफी अन्तर: माथुर
उदयपुर 04 अगस्त (वार्ता) भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर अमृत माथुर ने कहा है कि क्रिकेट में पहले के मैनेजर बननें एवं अभी के मैनेजर बनने में काफी अन्तर आ गया है।
श्री माथुर ने आज यहां आयोजित स्टोरीज रीलिव्ड में अपने द्वारा लिखित पुस्तक पिचसाईड में क्रिकेट के अनसुने किस्से एवं अनकही कहानी पर अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा कि पूर्व की तुलना में वर्तमान में परिप्रेक्ष्य में मैनेजर के समक्ष अनेक चुनौतियां सामनें आती है।
उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट के इतिहस में मुल्तान क्रिकेट मैच शायद कोई भूल नहीं पायेगा। उस मैच में भारत रत्न सचिन तेंदुलकर 195 रन पर अपनी पारी खेल रहे थे और उसी समय कप्तान राहुल द्रविड ने पारी की घेाषण कर दी। उस समय सचिन के आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं था। जब वह ड्रेसिंग रूम में आये तो उनका चेहरा तमतमाया हुआ था।
उन्होंने कहा कि पारी घोषित करने का निर्णय कप्तान का नहीं वरन पूरी टीम का होता है। उसके बाद भारतीय टीम मैदान पर उतरी लेकिन सचिन गुस्सा होने के कारण मैदान पर फिल्डिंग के लिये नहीं उतरें। मैने उन्हें समझाया और तब जा कर वह माने।
श्री माथुर ने कहा कि राजस्थान के क्रिकेट में उदयपुर क्रिकेट के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। यहां के महाराणाओं ने समय-समय पर क्रिकेट को बढ़़ावा दिया। भारत में क्रिकेटर के रूप में सलीम दुर्रानी जैसे खिलाड़ी बहुत कम हुए है। रणजी क्रिकेट में दर्शक सिर्फ सलीम दुर्रानी को ही देखने आते थे। जब वह आउट हो जाते तो दर्शक मैदान छोड़कर चले जाते।
रामसिंह.संजय
वार्ता