पटना, 07 नवंबर (वार्ता) लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर लोगों में उत्साह और रौनक देखने को मिल रही है और राजधानी पटना भक्तिमय हो गयी है।
छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। आज शाम को बड़ी संख्या में छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी. इसको लेकर पूरी तरह से तैयारी है।छठ महापर्व को लेकर राजधानी पटना के गंगा घाट सज-धजकर तैयार हो गए हैं। राजधानी पटना के लोग आज अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगे जिसके लिये जहां साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और अन्य तैयारियां पूरी कर ली गयी है वहीं छठ व्रतियों में उत्साह और रौनक देखते ही बन रही है। छठ की छटा आज पूरी राजधानी में छाई हुयी है। घर से लेकर घाट तक, गलियों से लेकर सड़कों तक... हर तरफ आकर्षक सजावट दिख रही है। पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।पिछले साल भी छठ महापर्व के मौके पर 12 लाख के करीब श्रद्धालु पटना के विभिन्न घाटों पर पहुंचे थे। इस साल भी 12 लाख से 15 लाख तक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
छठ को लेकर राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के घर-घर में छठ के गीत गूंजने लगे हैं। “ केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, आदित लिहो मोर अरगिया., दरस देखाव ए दीनानाथ., उगी है सुरुजदेव., हे छठी मइयातोहर महिमा अपार., कांच ही बास के बहंगिया बहंगी लचकत जाय ..... , गीत सुनने को मिल रहे हैं।”
राज्य सरकार ने हर छठ घाट पर सुरक्षा तय करने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिया है। प्रमुख घाटों पर गोताखोरों के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जिससे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हो। राजधानी में गंगा घाटों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। खासकर, किसी भी तरह की कोई भगदड़ न मचे, इसका ख्याल रखने की पूरी कोशिश जिला प्रशासन कर रहा है। पटना नगर निगम की ओर से शहर के पार्कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बने तालाबों में गंगाजल डाला जा रहा है। गंगाजल अस्थायी और स्थायी दोनों प्रकार की तालाबों में नि:शुल्क डाला जा रहा है। छठ घाट पर पुख्ता चिकित्सीय इंतजाम किये गये हैं। आपात परिस्थिति में एंबुलेस की मदद ली जा सकती है।
पटना में गंगा घाटों पर छठ पूजा करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से कई सुविधाएं मुहैया करायी गयीं हैं। पटना जिले में 550 घाटों और 63 तालाबों पर अर्घ्य दिया जाएगा। शहर के अंदर दानापुर से दीदारगंज तक 102 घाटों को छठ पूजा के लिए तैयार कर लिया गया है। 12 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है, वहां छठव्रतियों को नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।छठ पूजा के दौरान आग लगने की घटना से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम भी तैयार रहेगी।52 गाड़ियों को अलग-अलग घाटों पर तैनात किया जाएगा।घाटों पर महिला व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम, सुरक्षा को लेकर वाच टावर, शौचालय, पीने के पानी, मेडिकल कैंप, भीड़ नियंत्रण के लिए जगह-जगह माइक, नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन और नगर निगम ने गंगा नदी किनारे करीब 16 किमी लंबी रोशनी माला से गंगा तट जगमग कर दिया है। घाटों पर बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध करा दी गई है। गंगा किनारे के सभी घाटों पर 512 अस्थायी शौचालय बनाया गया है। 450 अस्थायी यूरिनल, 355 चेंजिंग रूम, 97 नियंत्रण कक्ष और 154 वॉच टॉवर बनाए गए हैं। साथ पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गई है। घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। घाटों पर और आने-जाने के रास्ते पर रंग-बिरंगे एलइडी बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। व्रतियों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया है। प्रशासन की ओर से जहां साफ-सफाई के लिये अभियान चलाया गया है वहीं लोग अपने स्तर से मुहल्लों और गलियों में साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं जिससे अर्ध्य देने के लिये जा रहे छठ व्रतियों को किसी तरह की कठिनाई न हो।
राजधानी के गंगा घाटों पर स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगा। घाटों पर अस्थायी कैंप के अलावा एम्बुलेंस, दवा और मेडिकल टीम की तैनाती होगी। प्रत्येक घाट पर नाव/नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है।निर्बाध एवं सुरक्षित विद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके साथ नाविक, गोताखोर घाटों पर तैनात रहेंगे।घाट तक आने-जाने वाले रास्तों पर रोशनी की व्यवस्था, साउंड सिस्टम और सजावट की बेहतर व्यवस्था की गई है। कुछ चिह्नित घाटों पर विभाग की ओर से वाटर एटीएम और 50 वाटर टैंकर की भी व्यवस्था की जा रही है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण किया है।उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन छठ घाटों पर सारी व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहे। छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए, साथ ही छठ घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता एवं सुविधाओं को लेकर किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके मद्देनजर यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और सुगम बनाया जाए। उन्होंने राज्यवासियों से अपील की है कि वे इस महापर्व को मिल-जुलकर आपसी प्रेम, पारस्परिक सद्भाव और शांति के साथ मनायें।
पटना के जिलाधिकारी डा.चंद्रशेखर सिंह ने छठ के मद्देनजर गंगा में नौका चलाने पर भी रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि सभी छठ घाटों में प्रशासन के अधिकारी, पुलिस टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम तैनात की गई है। सभी से अपील है कि हर हाल में प्रशासन के दिशा-निर्देश का पालन करें। संदिग्ध वस्तु दिखने पर तत्काल प्रशासन को सूचना दें। किसी भी हालत में नौका विहार नहीं करें। बैरिकेडिंग को पार नहीं करें। किसी तरह की समस्या होने पर पुलिस-प्रशासन को सूचना दें। पटना जिला प्रशासन ने छठ महापर्व 2024 के मौके पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक वेबसाइट और मोबाइल ऐप को लॉन्च किया है। इस सरकारी पोर्टल और ऐप पर छठ व्रतियों को घाट और पार्किंग से लेकर हर तरह की जानकारी एक ही जगह पर मिल जाएगी। श्रद्धालु‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.छठपूजापटना.इन’ पर जाकर एक क्लिक में पटना में छठ घाटों और वहां मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी चेक कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी छठ घाटों पर असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए जिला कंट्रोल रूम में एक पूरी टीम तैनात की गई है। पटना शहर के विभिन्न स्थानों और घाटों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही की मॉनिटरिंग के लिए एक सीसीटीवी कैमरा कंट्रोल और कमांड सेंटर भी स्थापित किया गया है। घाटों की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए यातायात पुलिसकर्मियों को विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया है।
पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि पटना में छठ घाट पर सुरक्षा की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी जगह पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर ली गई है। कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। सभी घाटों पर वॉच टावर भी लगाए गए हैं। सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है। लोगों से अपील है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। किसी भी समस्या के लिए पुलिस से संपर्क करें।
महापर्व छठ को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है।जिला प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि गंगा नदी में आठ नवंबर तक निजी नाव के परिचालन की अनुमति रद्द कर दी गई है। नाव के परिचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी। जिला प्रशासन की ओर से व्रतियों और श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिहाज से बहुत कुछ निर्णय लिया गया है।जिला प्रशासन ने छठ घाटों पर किसी प्रकार की आतिशबाजी और पटाखा फोड़ने पर रोक लगा दिया है। पटाखा फोड़ने से भगदड़ होने की आशंका के मद्देनजर एहतियात के तौर पर प्रशासन की ओर से ये कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन ने पटना के लोगों से कहा है कि आप छठ घाट पर जा रहे हैं, आपके साथ यदि बच्चे हैं। उनके पॉकेट में नाम, पता और संपर्क नंबर लिखकर जरूर रख दें। भीड़- भाड़ में बच्चे के खोने की स्थिति में कंट्रोल रूम से संपर्क करें। सादे ड्रेस में पुलिस की तैनाती भी रहेगी। उनकी सभी गतिविधियों पर नजर रहेगी। बच्चों को अपने से अलग नहीं करें। इधर- उधर नहीं जानें दें। घाट पर सावधान रहें और शांति के साथ अर्घ्य संपन्न होने दें।
पटना जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि घाट पर किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। घाट से लौटते वक्त और जाते वक्त सावधानी बरतें। भीड़ ज्यादा हो, तो ठहरने के बाद निकलें। प्रशासन घाट पर 24 घंटे मौजूद रहेगा। इसलिए किसी प्रकार की चिंता करने की बात नहीं है। घाट पर किसी प्रकार के नशे का सेवन पूरी तरह मना होगा। घाट पर धूम्रपान और अन्य सामग्री ले जाने पर पूरी तरह रोक रहेगी। सड़क पर कतारबद्ध होकर चलें। वाहन चालक भीड़ होने पर उस रास्ते में प्रवेश नहीं करें। सुरक्षा मानकों का हर हाल में अनुपालन करें।
गौरतलब है कि छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन कल व्रतियों ने निष्ठा और पवित्रता के साथ भगवान भाष्कर की पूजा-अर्चना करके खरना किया। भगवान भाष्कर को गुड़ मिश्रित खीर और घी की रोटी का भोग लगाकर स्वयं भी ग्रहण किया। साथ ही भाई-बंधु, मित्र और परिचितों में खरना प्रसाद बांटा।आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। कल उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जाएगा।
प्रेम
वार्ता