मधेपुरा, 18 जुलाई (वार्ता) जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए आज कहा कि नीतीश राज में अधिकारियों का ‘जंगलराज’ चल रहा है।
पदयात्रा के क्रम में मधेपुरा पहुंचे श्री किशोर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि
बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। लॉ एंड ऑर्डर की जो एजेंसियां हैं उसका आधा समय शराबबंदी लागू करने, उसको लाने छिपाने में इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि लालू यादव का राज अपराधियों का जंगल राज था। अब नीतीश कुमार का राज अधिकारियों का जंगल राज है।
पीके ने कहा कि बिहार में आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में जन सुराज सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आगामी दो अक्टूबर को जन सुराज अभियान को राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “ मैंने घोषणा की है कि मैं इस दल का नेता नहीं हूं। हम पहले नेताओं को सलाह देते थे कि किस तरह से संगठित हों, किस तरह से चुनाव अभियान चलाया जाए। वहीं काम 2 अक्टूबर बनने वाले जन सुराज के लिए करेंगे।”
श्री किशोर ने कहा कि बिहार में चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक सब की संख्या को यदि जोड़कर देखा जाए तो 1.97 प्रतिशत लोग ही सरकारी नौकरी करते हैं। जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि सरकारी नौकरी से आपका जीवन बदल जाएगा। वह बिल्कुल आपको भरमा रहे हैं। आपको गलत सपना दिखा रहे हैं। पिछले 75 सालों में मात्र 1.97 प्रतिशत लोगों को सरकारी नौकरी मिली है। यह सिर्फ समाज को लॉलीपॉप दिखाकर वोट लेने की राजनीति है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे दुनिया में ऐसा कहीं कोई प्रमाण नहीं है कि 13 करोड़ आबादी वाले राज्य में सरकारी नौकरी के जरिए बेरोजगारी दूर किया जा सकता है। दुनिया में इस बात का जरूर प्रमाण है कि यदि लोगों को अच्छी शिक्षा, स्किल और काम करने की सुविधा दे दी जाए तो उससे उसकी रोजी रोजगार मिल सकता है। प्रशांत जनसुराज अभियान के सूत्रधार हैं और बीते डेढ़ साल से पूरे बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं।
सं.सतीश
वार्ता