हैदराबाद, 26 दिसंबर (वार्ता) केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने गुरुवार को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के बारे में विपक्षी दलों तथा मीडिया के एक वर्ग पर मनगढ़ंत, बेबुनियाद और गुमराह करने वाला अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि एनपीआर और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में कोई संबंध नहीं है।
श्री किशन रेड्डी ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि विपक्षी दल और मीडिया का एक वर्ग कह रहा है कि एनपीआर एनआरसी का ही प्रारंभिक चरण है लेकिन यह पूरी तरह गलत है। एनपीआर और एनआरसी में कोई संबंध नहीं है। एनपीआर 2021 की जनगणना का हिस्सा है। केंद्र सरकार केवल पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा 2010 में शुरू की गयी प्रक्रिया को ही आगे बढ़ा रही है। इस बार केवल कुछ नये कॉलम जोड़े गये हैं जैसे: सूची में शामिल किये गये व्यक्ति के माता-पिता का जन्मस्थान, आधार कार्ड संख्या और अंतिम निवास स्थान आदि। ये सब एनपीआर के लिए बुनियादी जरूरतें हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल सरकार पर लोगों का विश्वास कम करने की साजिश रच रहे हैं और देश की प्रगति के लिए किये जा रहे कार्यों में बाधा पहुंचा रहे हैं जो देश के कल्याण, गरीबी उन्मूलन और आयुष्मान भारत जैसी कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सभी के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध कोई भी सरकार प्रामाणिक और व्यापक आंकड़ों के बिना अपनी नीतियों की योजना कैसे बना सकती है।
यामिनी, शोभित
वार्ता