नयी दिल्ली, 05 जुलाई (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को पेश आम बजट पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें किसी प्रमुख आर्थिक चुनौती से सामना करने के कोई प्रावधान नहीं किये गये हैं।
आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने टि्वटर पर कहा, “ प्रत्येक बजट में देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन किये जाने की जरूरत होनी चाहिए। हम इस समय चार बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। क्या बजट में इनमें से किसी से निटपने का प्रयास किया गया है। बेरोजगारी, कृषि संकट, उपभोक्ता वस्तुओं की खपत में गिरावट और निजी निवेश में कमी पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।”
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि बजट में महिलाओं की सुरक्षा पर कोई प्रावधान नहीं दिया गया है। श्री सिंह ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कई ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं और वेतनभोगी इस बजट से बुरी तरह से निराश हुए हैं। सरकार युवाओं के लिए रोजगार, किसानों की आय दुगुनी करने और विभिन्न वर्गों के लिए कर में छूट जैसे मुद्दों पर चुप है।
आप सांसद डॉ सुशील गुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा, “ इस बजट से एक चीज तो स्पष्ट है कि इस देश के खुदरा व्यापार को बड़े घरानों से जुड़े लोग चलायेंगे और फुटकर व्यापारियों काे घर बैठने पर मजबूर कर दिया जायेगा।”
श्री गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को देश की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री से बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी है।
आप के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नारायण दास गुप्ता ने कहा कि देश का आयात बढ़ रहा है जबकि निर्यात घट रहा है। सरकार कह रही है कि देश की अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर की हो जोयगी जो मात्र एक सांख्यिकी है। सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है। बजट में रोजगार बढ़ाने के कोई उपाय नहीं किये गये हैं।
श्रवण जितेन्द्र
वार्ता