नयी दिल्ली, 30 जनवरी (वार्ता) केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक में हनुमान ध्वज को हटाना बहुत शर्मनाक है और यह हिंदू आस्था का अपमान है।
श्री चंद्रशेखर ने कहा,“कर्नाटक में हुई यह घटना शर्मनाक है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पार्टी में उनके सहयोगियों और कांग्रेस सरकार को निश्चित रूप से इस की तुष्टिकरण की राजनीति पर रोक लगानी चाहिए और हिंदू धर्म का बार-बार अपमान करना बंद करना चाहिए क्योंकि यह उनकी तुच्छ तुष्टिकरण की राजनीति के अनुकूल है।”
श्री चंद्रशेखर ने यह भी कहा,“भारत गठबंधन के सहयोगियों ने तुष्टिकरण की राजनीति करना अपना मिशन बना लिया है। कांग्रेस पार्टी अब हताशा के इस स्तर पर पहुंच चुकी है कि अपने वोट बैंक को पाने के लिए वे अपनी तुष्टिकरण की राजनीति को किसी भी हद तक ले जाएंगे।”
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ईडी की जांच पर श्री चंद्रशेखर ने कहा कि मुख्यमंत्री के घर से बड़ी रकम की बरामदगी भारत गठबंधन को भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वंशवाद की राजनीति का प्रदर्शन करती है। उन्होंने कहा कि यह कहा जाता था कि झारखंड एक गरीब राज्य है और निश्चित रूप से झारखंड के लोग गरीब हैं क्योंकि झारखंड के मुख्यमंत्री के घर से बड़ी मात्रा में धन बरामद हुई है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि भारत गठबंधन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। भारत गठबंधन की विशेषता तीन चीजें हैं- भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण की राजनीति और वंशवाद की राजनीति।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर श्री चंद्रशेखर ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसे आगे बढ़ा रहे हैं, उसका मतलब है कि यह कांग्रेस पार्टी का आखिरी चुनाव है।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वह कह रहे हों कि यह कांग्रेस के लिए आखिरी चुनाव होगा यदि वे उस रास्ते पर चलते रहे जिस रास्ते पर राहुल गांधी उन्हें नीचे ले जा रहे हैं। श्री खड़गे ने कहा था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में सत्ता में आते हैं तो भारत में अब और चुनाव नहीं होंगे।
श्री चंद्रशेखर ने आगे कहा कि यह वास्तव में श्री खड़गे के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के लिए आखिरी चुनाव होने का कारण है। उन्होंने कहा,“सभी का सूर्योदय होता है। यह कांग्रेस और भारत गठबंधन की वंशवादी राजनीति के लिए सूर्यास्त हो सकता है। इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है सिवाय गांधी परिवार और वंशवाद की राजनीति का, जो वे पिछले 75 साल से कर रहे हैं।”
अभय.संजय
वार्ता