रायपुर 13 सितम्बर(वार्ता)राज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नवी आजाद ने 50 वर्षों तक सत्ता में बने रहने के भाजपा के बयान को तानाशाही की ताजा मिसाल बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में विश्वास करने वाले दल एवं नेता ऐसे बयान नही दे सकते।
श्री आजाद ने आज यहां राफेल विमानों को लेकर आहूत प्रेस कान्फ्रेंस में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के 50 वर्ष तक सत्ता में रहने के बयान के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी करते हुए कहा कि..लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है और सत्ता में रहने वाले राजनीतिक दल हर पांच वर्ष बाद अपनी सरकार के कामकाज पर उसके पास जनादेश मांगने जाते है,पर जिनका इसकी बजाय ईवीएम और अन्य उपायों पर विश्वास होता है,वह इस तरह की बाते करते है..।
उन्होने इसे मौजूदा सरकार की तानाशाही रवैये की ताजा मिसाल बताते हुए उस पर विपक्ष को दबाने,मीडिया पर दबाव बनाने और इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया पर विपक्षी दलों की खबरों को रूकवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज हम जिस राजनीतिक वातावरण में जी रहे है,उससे साफ है कि अघोषित आपातकाल लागू है।जितने प्रावधान आपातकाल में लागू होते है,वह सभी गैर कानूनी रूप से लागू है।
राफेल विमान खऱीद मामले को आजादी के बाद का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला करार देते हुए उन्होने कहा कि इस पर बड़ा आन्दोलन इसलिए नही खड़ा हो पा रहा है क्योंकि संसद एवं बाहर इसको लेकर उठाए जाने वाले मुद्दों को राष्ट्रीय मीडिया में जगह नही मिल पा रही है। उन पर सरकार का भारी दबाव है इस कारण कांग्रेस को राज्यों में जाकर मीडिया में अपनी बात रखने को मजबूर होना पड़ा है।