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पार्टी की पीठ में छुरा घोपने वालों को ‘टकसाली’ नहीं कहा जा सकताः बादल

पार्टी की पीठ में छुरा घोपने वालों को ‘टकसाली’ नहीं कहा जा सकताः बादल

मुक्तसर,14 जनवरी (वार्ता) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि सांसद सुखदेव सिंह ढ़ींडसा जैसों को मान सम्मान दिलाने वाली पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने वालों को कभी टकसाली नहीं कहा जा सकता, क्योंकि वे पंथ को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।

‘कौम’ के लिए बलिदान देने वाले 40 मुक्तों को श्रद्धाजंलि अर्पित करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए श्री बादल ने कहा कि टकसाली वह होता है, जो पार्टी के प्रति वफादार होता है तथा कभी भी पार्टी की अवज्ञा नहीं करता। श्री ढ़ींडसा ने पिछले 35 सालों में सिर्फ एक चुनाव जीता था पर इसके बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उन्हें राज्य बोर्ड का चेयरमैन बनाकर तथा राज्यसभा का सदस्य बनाकर पूरा मान सम्मान दिया था। यह तब भी हुआ था जब श्री ढ़ींडसा तीन लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हारे थे। उस समय श्री ढ़ींडसा को अकाली दल तथा बादल बुरे नही लगते थे।

उन्होंने हैरानी जताई कि अब श्री ढ़ींडसा अकाली दल को बादलों से मुक्त करने की बात कर रहे हैं। बड़े बादल लोगों की सेवा के लिए जाने जाते हैं। बादल साहिब पंजाब तथा पंथ की खातिर सबसे पहले जेल जाते थे तथा सबके बाद रिहा होते थे। सार्वजनिक क्षेत्र में अपने नेताओं की किस्मत का फैसला लोग करते हैं । लोगों ने अनेकों बार बादल साहिब में अपना विश्वास व्यक्त किया है तथा वह 1965 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। इसके विपरित जिन्हें लोग पसंद नहीं करते, उन्हें बार बार चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ता है।

पूर्व मंत्री परमिंदर ढ़ींडसा के बारे में श्री बादल ने कहा कि वह उनके लिए छोटे भाई की तरह थे। मैंने हमेशा उन्हें मान सम्मान देने की कोशिश की है।श्री सुखदेव सिंह ढ़ींडसा ने अपने दामाद को मोहाली से टिकट देने का अनुरोध किया, मैंने वह भी मान लिया। मुझे बेहद दुख होता है कि वह अब मुझे तानाशाह कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि श्री ढ़ींडसा मेरे पिता के समान हैं। मैं उन्हें तीन दशक से अधिक समय से राजनीति में होने के कारण जानता हूं । बादल साहिब ने कभी भी श्री ढ़ींडसा की किसी भी बात पर न नहीं कही। इसके बावजूद श्री ढ़ींडसा ने अब बादल परिवार को निशाना बनाना अपना मकसद बना लिया है। मैं उन्हें यह बताना चाहता हूं कि हमारी हार यां जीत तुम्हारी इच्छा के अनुसार नहीं, बल्कि लोगों की इच्छा के अनुसार ही होगी।

पंजाब के ज्वलंतशील मुद्दों के बारे में श्री बादल ने कहा कि बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि के कारण लोगों पर असहनीय बोझ डाल दिया गया है, जिसने समाज के हर व्यक्ति को प्रभावित किया है तथा राज्य में उद्योग चलाना मुश्किल हो गया है। लोगों को राहत देने की बजाय कांग्रेस सरकार ने उन पर 22 हजार करोड़ रूपए का अतिरिक्त बोझ डाल दिया है।

उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जानबूझ कर कोयला धुलाई के खर्चों के बारे में सुप्रीम कोर्ट में सरकारी पक्ष कमजोर रखा, जिससे प्राईवेट प्लांटों को 1400 करोड़ रूपए का लाभ हुआ है।इसी तरह एक कोयले की खान को किए 1602 करोड़ रूपए के जुर्माने के खिलाफ ढ़ाई साल तक उच्च न्यायालय में कोई अपील नही डाली तथा अब उच्च न्यायालय ने इसके खिलाफ फैसला सुना दिया है। हम इन दोनों घोटालों में स्वतंत्र जांच की मांग करते हैं।

उन्होंने अमरिंदर सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने विज्ञापनों के द्वारा 10 लाख नौकरियां पैदा करने का झूठा दावा किया है। कांग्रेसी मंत्री तथा विधायक अपने राजनीतिक विरोधियों तथा आम लोगों को डराने के लिए गैंगस्टरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। राज्य में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है।

शर्मा

वार्ता

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