उज्जैन, 04 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में मौनी सोमवती अमावस्या के पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में डूबकी लगाई एवं महाकालेश्वर मंदिर सहित यहां स्थित प्राचीन मंदिरों, शिव मंदिरों में लोगों ने पूजा अर्चना की और दान धर्म किया।
सोमवती अमावस्या के धार्मिक महत्व होने के कारण प्राचीनतम शिव की नगरी में हजारों लोगो ने यहां पवित्र क्षिप्रा नदी के राम एवं त्रिवेणी घाट सहित अन्य घाटों पर एक दिन पूर्व से ही पहुंचने शुरु हो गए थे। इसके कारण मंदिरो, धर्मशालाओं, लाजो, सहित सार्वजनिक जगहों पर कल शाम से ही श्रद्धालुओं को आने का सिलसिला शुुरु हो गया था। कई लोग तो अपने अपने क्षेत्र से पैदल भजन मंडलियो के साथ पर्व स्नान के लिये यहां पहुंचे और नदी किनारे घाटों पर रात्रिजगा किया और तडके स्नान कर पुन: अपने घरों की ओर रवाना होना शुरु हो गये थे।
इस पर्व के स्नान के मौके पर ग्रामीण महिला, पुरुष एवं बच्चों की संख्या अधिक थी। पर्व स्नान के बाद लोगों ने भगवान महाकालेश्वर मंदिर सहित अन्य प्राचीन मंदिरो में दर्शन कर विधिवत पूजा अर्चना की और मौनी अमावस्या होने के कारण दान धर्म भी किया। नदी पर स्नान का यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहेगा। धार्मिक नगरी में कई जगहों पर सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं ने नि:शुल्क भंडारे में चलाये जहां हजारो लोगो ने प्रसाद प्राप्त किया। स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के कारण यहां के छोटे बडे सैकडों शिव मंदिरो एवं शहर सहित रेल्वे स्टेशन और बस स्टेण्ड पर भी काफी भीड जमा थी।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक हजारों लोगो ने पर्व स्नान कर लिया और यह सिलसिला तडके से जारी है। स्नान शांतिपूर्ण चल रह रहा है। जिला प्रशासन पर्व स्नान को देखते हुए घाटों पर भी सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं।