विजयवाड़ा 27 नवंबर (वार्ता) भीषण चक्रवाती तूफान निवार ने रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों में कहर बरपाया तथा इसके कारण कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी तथा 29,752 हेक्टेयर में लगी फसल पूरीतरह नष्ट हो गयी।
आंध्र के कृषि मंत्री के कन्नाबाबू ने शुक्रवार को यहां मीडिया से कहा कि रायलसीमा जिलों के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि गुरुवार तक प्राप्त जानकारी के अनुसार चित्तूर, नेल्लोर, कडप्पा, प्रकाशम, गुंटूर, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी और पूर्वी गोदावरी जिलों में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण 16,290 हेक्टेयर में धान की फसल, 7362 हेक्टेयर में काले चने, 3,571 हेक्टेयर में कपास और 2,529 हेक्टेयर में अन्य फसलों को नुकसान हुआ।
मंत्री ने बताया कि रायलसीमा जिले में 23 से 26 नवंबर के बीच 288.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि 664 घर बाढ़ के पानी में डूब गए और 673 घर क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि 10,000 लोगों को 147 राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को 15 दिसंबर तक फसलों के नुकसान आकलन पूरा करने और 30 दिसंबर तक मुआवजा देने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी पर बीज आपूर्ति करने का भी निर्देश दिया।
सूत्रों ने बताया कि निवार तूफान से राज्य के 10 जिले प्रभावित हुए है। हालांकि, चित्तूर, नेल्लोर, कडप्पा और प्रकाशम जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
चक्रवात के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है क्योंकि धान की फसल के तैयार होने के समय में फसल के नष्ट होने के कारण किसान इससे बुरी तरह प्रभावित हुए है और रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों में लाखों एकड़ खेत बारिश के पानी में डूब गए हैं।
कैवल्या नदी का पानी सड़क पर बहने से नेल्लोर और चेन्नई के बीच वाहनों का आवागमन राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाधित हो गया, जिसके परिणामस्वरूप सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। इसके अलावा स्वर्णमुखी नदी में बाढ़ के पानी ने नेल्लोर जिले के कई आवासीय इलाकों को डूबो दिया। अड़की-मुंडलामारी, मरकापुर-पोडिली, कादिरी-रायचोटी राजमार्गों पर भी वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है क्योंकि बाढ़ का पानी सड़कों पर बह रहा है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य अापदा मोचन बल (एसडीआरएफ) कर्मियों ने उन लोगों को बचाया है जो चित्तूर जिले में बाढ़ के पानी में फंस गए थे। जिले में तेज हवाओं के साथ काफी तेज बारिश हुई।
संजय, उप्रेती
वार्ता