आज का इतिहासPosted at: Feb 7 2019 10:08AM भारतीय और विश्व इतिहास में 07 फरवरी की प्रमुख घटनाएं
नयी दिल्ली 07 फरवरी (वार्ता) भारतीय और विश्व इतिहास में 07 फरवरी की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं:-
1792 - आॅस्ट्रेलिया एवं प्रूशिया ने फ़्रांस के ख़िलाफ़ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1831 - बेल्जियम में संविधान लागू हुआ।
1856 - नवाब वाजिद अली शाह द्वारा अवध राज्य का ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में शांतिपूर्ण विलय।
1904 - अमेरिका के बाल्टिमोर में जबरदस्त आग लगने से 1500 इमारतें जल कर खाक।
1915 - चलती ट्रेन से पहली बार भेजा गया वायरलेस संदेश रेलवे स्टेशन को प्राप्त हुआ।
1940 - ब्रिटेन में रेलवे का राष्ट्रीयकरण हुआ।
1942 - ब्रिटेन ने थाईलैंड के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1945 - ब्रिटेन, अमेरिका और रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम चरण पर चर्चा की।
1947 - अरब और यहूदियों ने फिलीस्तीन को विभाजित करने के ब्रिटेन के प्रस्ताव को खारिज किया।
1959 - फिदेल कास्त्रो ने क्यूबा के नये संविधान की घोषणा की।
1962 - अमेरिका ने क्यूबा से सभी तरह के आयात पर रोक लगाई।
1962 - जर्मनी की एक कोयला खदान में विस्फोट से 298 मज़दूरों की मौत।
1965 - अमेरिका ने उत्तरी वियतनाम में लगातार हवाई हमले शुरू किये।
1983 - कोलकाता में ईस्टर्न न्यूज एजेंसी की स्थापना।
1987 - जापान ने अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस (ए.एन.सी) को मान्यता दी ।
1992 - स्वदेशी तकनीक से निर्मित पहली पनडुब्बी (आईएनएस शल्की) को नौसेना में शामिल किया गया।
1997 - अमेरिका के स्टीफ़न स्क्यूवैल अगले तीन वर्ष हेतु अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष चुने गये।
1999 - जार्डन के शाह हुसैन की मृत्यु, अब्दुला नये शाह बने।
2000 - भारत और अमेरिका के बीच गठित संयुक्त आतंकवाद निरोधक दल की प्रथम बैठक वाशिंगटन में शुरू।
2001 - इजरायल के प्रधानमंत्री एहुद बराक चुनाव में पराजित, एरियल शेरोन नए प्रधानमंत्री बने।
2003 - भारत यात्रा पर आए फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां पियरे रैफ़रिन नयी दिल्ली पहुंचे।
2006 - नेपाल में स्थानीय निकायों हेतु मतदान सम्पन्न।
2008 - केन्द्र सरकार ने सिमी पर प्रतिबन्ध की अवधि को बढ़ाया।
2009 - राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को महाराष्ट्र के राज्यपाल एससी जमीर ने डी॰ लिट् की उपाधि से नवाजा।
2010 - दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 19वां अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला समाप्त हो गया। नौ दिनों तक चले इस पुस्तक मेले में लगभग दो हज़ार प्रकाशकों ने भाग लिया।
रवि जितेन्द्र
वार्ता