राज्यPosted at: Dec 29 2019 4:30PM सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन से मांड्या में पर्यटन उद्योग प्रभावित
मांड्या 29 दिसंबर (वार्ता) कर्नाटक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण मांड्या जिले का पर्यटन उद्योग काफी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
चीनी उद्योग के लिए प्रसिद्ध इस जिले में 100 से अधिक पर्यटन स्थल हैं। मांड्या में प्रत्येक वर्ष करीब 12 लाख पर्यटक आते हैं। मेंगलुरु में सीएए के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस गोलीबारी में दो से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई है।
मांड्या के पर्यटन स्थलों के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की ओर से सड़कों को बंद रखने के अलावा डर के कारण भी पड़ोसी राज्यों से लोग जिले में नहीं आ रहे हैं। कावेरी नदी के किनारे बने प्रसिद्ध रंगानाथिट्टू पक्षी अभयारण्य में क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान 3500 से चार हजार पर्यटक आते हैं। लेकिन सीएए के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण यह संख्या दो हजार के आस-पास रह गयी है।
वन विभाग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पिछले वर्ष 25 दिसंबर को टिकट बिक्री और नौका विहार से 4.7 लाख रुपये की कमाई हुई थी, लेकिन इस वर्ष यह घटकर 3.78 लाख रुपये रह गयी। असुरक्षा की भावना के कारण शैक्षणिक संस्थानों ने अपने दौरे रद्द कर दिए हैं। मांड्या जिले के पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक हरीश ने कहा कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के कारण पर्यटन को हो रहे नुकसान का सही आकलन 31 दिसंबर के बाद ही किया जा सकेगा।
रवि जितेन्द्र
वार्ता