राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Dec 29 2020 11:19PM कश्मीर,लेह राजमार्गाें पर बर्फबारी के बावजूद यातायात जारी
श्रीनगर 29 दिसंबर (वार्ता) दो सौ सत्तर किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को जोड़ने वाले एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर मंगलवार की सुबह से जारी बर्फबारी के बावजूद एकतरफा यातायात बहाल रही।
ऐतिहासिक 86 किलोमीटर लंबा मुगल रोड बर्फ और फिसलन होने के कारण बंद है।
जवाहर सुरंग के दोनों ओर, शैतान नाला, बनिहाल, काजीकुंड और अनंतनाग में आज सुबह से जारी बर्फबारी के बावजूद कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़नेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जारी है।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने ‘यूनीवार्ता’ से कहा कि बर्फबारी के बावजूद वाहन चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारी बर्फबारी तथा सड़कों पर फिसलन होने की स्थिति में किसी प्रकार की दुर्घटना को टालने के लिए यातायात पर रोक लगायी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि आज जम्मू से श्रीनगर की ओर यातायात की अनुमति है और हल्के मोटर वाहनों को 0500 बजे से 1200 के बीच नागरोटा तथा जाखेनी उद्यमपुर 0600 बजे से 1300 बजे के बीच पार करना है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय बितने के बाद किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि उधमपुर और नाश्री सुरंग के बीच केवल फंसे हुए भारी मोटर वाहनों तथा सामानों से लदे हुए वाहनों को श्रीनगर की ओर जाने की इजाजत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों से भी जम्मू से श्रीनगर की ओर प्रस्थान करने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि विपरित दिशा से किसी भी वाहन को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सड़कों विशेषकर जोजिला पास पर बर्फ होने के बावजूद श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एकतरफा यातायात की अनुमति है। आज नौ बजे से चार बजे के बीच कारगिल से श्रीनगर की ओर यातायात की अनुमति है। राजमार्ग पर गगनगीर से सोनमार्ग के बीच रात्रि यात्रा पर आज शाम छह बजे से अगले दिन सुबह नौ बजे तक रोक लागू रहेगी।
उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां को जम्मू क्षेत्र में राजौरी और पुंछ से जोड़ने वाले मुगल रोड पिछले तीन सप्ताह से बर्फ और फिसलन वाली सड़क के कारण बंद है। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के इस वैकल्पिक मार्ग पर कल रात से ताजा बर्फबारी हो रही है। हर वर्ष बर्फ बारी के कारण सर्दियों में यह सड़क बंद रहती है।
संजय आशा
वार्ता