जयपुर, 18 अगस्त (वार्ता) खिलाड़ियों को लगने वाली चोट, जोड़ों का दर्द और नसाें का दर्द जैसी पेशीकंकाली (मस्कुलोस्केलेटल) समस्याओं के निदान के लिए बिना शल्य क्रिया के उन्नत तकनीक एवं विकल्पों पर प्रकाश डालने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी सम्मेलन के 12वें संस्करण का रविवार को समापन हो गया।
आयोजक सचिव डा. गौरव कांत शर्मा ने बताया कि सम्मेलन में 21 देशों के 750 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन में कार्यशाला, सजीव प्रदर्शन, वार्ता सत्र, प्रश्नोत्तरी, पैनल चर्चा के माध्यम से विकिरण चिकित्सकों को पेशीकंकाली के उपचार के लिये उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन के अंतिम दिन विभिन्न चिकित्सा मामलों पर विशेषज्ञों ने प्रस्तुति दी। डॉ. गौरव कांत शर्मा ने अपनी अपनी प्रस्तुति में तंत्रिका व्यवधान पर प्रकाश डाला।
डा. शर्मा ने बताया कि भारत में पहली बार इस स्तर की मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी सम्मेलन जयपुर में हुआ है। चिकित्सकों ने यहां जो कुछ भी सीखा है उसके जरिए वे करोड़ों मरीजों का इलाज करेंगे। सोसाइटी जल्द अपना विस्तारित कार्यक्रम शुरु करेगी। 13वीं मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी सम्मेलन का आयोजन कोयंबटूर में किया जाएगा।
सुनील.संजय
वार्ता