भारतPosted at: Oct 1 2020 9:50PM कानपुर-खुर्जा रेलखंड पर मार्च से लेट नहीं होंगी ट्रेनें
नयी दिल्ली, 01 अक्टूबर (वार्ता) कोविड-19 से पहले कानपुर-खुर्जा रेलखंड पर भारी यातायात के कारण ट्रेनें अक्सर लेट हो जाया करती थीं। मार्च 2021 तक इस रेलखंड पर डीएफसी का काम पूरा हो जाने से यात्रियों की यह परेशानी दूर हो जायेगी।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने आज बताया कि पूर्वी समर्पित मालवहन गलियारे (डीएफसी) का कानपुर से खुर्जा तक का 350 किलोमीटर का हिस्सा मार्च 2021 तक कमीशन हो जायेगा। इसके बाद मालगाड़ी का पूरा भार समर्पित गलियारे पर आ जायेगा। इससे मौजूदा रेल लाइनें पूरी तरह यात्री ट्रेनों के लिए उपलब्ध होंगी।
यह रेलखंड दिल्ली-हावड़ा मुख्य लाइन का हिस्सा है। इस पर यातायात का भार कम होने से बड़ी संख्या में यात्रियों को राहत मिलेगी।
श्री यादव ने बताया कि पश्चिमी डीएफसी पर भी रेवाड़ी-पालमपुर रेलखंड मार्च 2021 तक कमीशन हो जायेगा जिसकी लंबाई 650 किलोमीटर है। इस प्रकार मार्च 2021 तक दोनों डीएफसी मिलाकर 1,100 किलोमीटर कमीशन हो जायेगा। इसमें 500 किलोमीटर पहले ही कमीशन हो चुका है जबकि 600 किलोमीटर हिस्सा अगले छह महीने में कमीशन करने का लक्ष्य है। दोनों डीएफसी की कुल लंबाई 2,800 किलोमीटर है।
उन्होंने कहा कि दोनों डीएफसी को पूरी तरह कमीशन करने के लिए जून 2022 का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन रेलवे की कोशिश है कि मार्च 2022 तक यह काम पूरा कर लिया जाये। इसके अलावा जून 2022 तक डीएफसी के फीडर रूटों पर भी परिचालन शुरू कर दिया जायेगा।
अजीत.श्रवण
वार्ता
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