खेलPosted at: Sep 16 2018 6:13PM खेल रत्न के लिए होगी जबरदस्त कशमकश
नयी दिल्ली, 16 सितम्बर (वार्ता) 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन दिए जाने वाले राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों को 18वें एशियाई खेलों के चलते 25 सितम्बर तक खिसकाए जाने के कारण इस बार देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न को लेकर कशमकश की स्थिति बन गयी है।
इस साल अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों और अगस्त-सितम्बर में इंडोनेशिया में हुए 18वें एशियाई खेलों में कई भारतीय खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया जिससे चयन समिति के सामने असमंजस की स्थिति रहेगी। अब यह स्थिति है कि चयन समिति को कई खेल रत्न चुनने होंगे।
सरकार की वैसे नीति है कि ओलम्पिक वर्ष में ही एक से ज्यादा खेल रत्न दिए जाएंगे और बाकी वर्षों में सिर्फ एक खिलाड़ी को खेल रत्न मिलेगा लेकिन इस बार राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के चलते यह स्थिति बदल सकती है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के अब तक के इतिहास में वर्ष 2016 में रियो ओलिंपिक के बाद सबसे अधिक चार खेल रत्न पुरस्कार दिए गए थे। तब ओलम्पिक रजत विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ,कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, चौथा स्थान पाने वाली जिम्नास्ट दीपा कर्माकर और निशानेबाज जीतू राय को यह पुरस्कार दिया गया था।