राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 14 2018 12:26PM तेलंगाना विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला
हैदराबाद ,14 नवंबर (वार्ता) तेलंगाना मेें कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), तेलंगाना जन समिति (तेजस) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के बीच समझौता होने के बाद महागठबंधन राज्य विधानसभा चुनाव में मजबूत स्थिति में आकर तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ी टक्कर देता हुआ दिखायी दे रहा है।
आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव की 119 सीटों पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने से सभी की निगाहें राज्य के विधानसभा चुनावों पर लगी हुई हैं। तेलंगाना में सभी दलों का चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और तीनों ही पक्ष अपने उम्मीदवारों की जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं।
सत्तारुढ़ टीआरएस राज्य में अपनी सत्ता को बरकरार रखने की पूरी कोशिश में जुटी हुई है। मुख्य विपक्ष महागठबंधन टीआरएस को सत्ता से बाहर करने के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता हैै। भाजपा विधानसभा में पांच सीटों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है और पार्टी को इस बार राज्य में किसी भी दल को बहुमत न मिलने का अनुमान है। एेसे में भाजपा विधानसभा चुनाव मेें निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस 107 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है जबकि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। भाजपा 66 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है और जल्द ही बाकी के उम्मीदवारों की भी घोषणा कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी महागठबंधन के उम्मीदवारों की घोषणा का इंतजार कर रही है ताकि महागठबंधन से टिकट न मिलने पर नाराज उम्मीदवारों को भाजपा अपने टिकट पर चुनावी मैदान में उतार सके।
कांग्रेस 65 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है और बाकी 25 सीटों पर जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। तेदेपा नौ उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है और बाकी पांच सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा बुधवार को करेगी। तेजस और भाकपा के ज्यादा सीटों की मांग करने के कारण महागठबंधन के औपचारिक ऐलान में देरी हुई है।
तेजस को आठ सीटें दी गयी है जबकि पार्टी दो और सीटों की मांग कर रही है। भाकपा को तीन सीटें मिली है और इसने पार्टी की मांग पांच सीटों की थी।
दिनेश जितेन्द्र
वार्ता