नयी दिल्ली 12 अप्रैल ( वार्ता ) भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने तृणमूल कांग्रेस पर अनुसूचित जाति और दलित समाज के लोगों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने 10 वर्षों के शासन काल में दलित समुदाय के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महामसचिव दुष्यंत गौतम ने सोमवार को यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “तृणमूल कांग्रेस की नेता सुजाता मंडल खान द्वारा यह कहना कि दलित स्वभाव और अभाव, दोनों से भिखारी होते हैं बेहद निंदनीय है। श्रीमती मंडल का यह बयान कि पश्चिम बंगाल के दलित स्वभाव से ही भिखारी हैं और अपने निहित स्वार्थ के लिए भाजपा की ओर जा रहे हैं, तृणमूल कांग्रेस के अनुसूचित जातियों के प्रति बीमार मानसिकता को दर्शाती है।”
श्री गौतम ने कहा,“देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ आज तक जो भी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई उन्हें लागू करते हुए न जाति देखी, न धर्म देखा और न भाषा देखी।”
श्री गौतम ने कहा कि एक और देश के प्रधानमंत्री दलितों के उत्थान के लिए दिन रात प्रयासरत रहते हैं वहीँ दूसरी ओर, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का दलितों के प्रति नकारात्मक रवैया समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और डॉभीमराव अम्बेडकर द्वारा देखे गए लोकतांत्रिक भारत के ख़िलाफ़ है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए अक्सर दलित हितैषी का ढोंग करने वाले कांग्रेस और वामपंथी राजनीतिक दल और उनके नेता चुप क्यों हैं?
श्री गौतम ने कहा,“भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मिलकर उन्हें एक प्रतिवेदन सौंपा है जिसमें संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत तृणमूल कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने के साथ साथ उनके नेताओं पर सख्त कार्रवाई की अपील की है। साथ ही एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भी प्रतिवेदन सौंप कर संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत पार्टी के खिलाफ संज्ञान लेते हुए पार्टी की मान्यता रद्द करने और उनके नेताओं पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।”
भाजपा महासचिव ने कहा, “देश के दलित इस बात को लेकर पूरी तरह सजग हैं कि जो भी उन्हें सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर उनकी कसौटी खड़ा होगा, वो उनको वोट देंगे। लेकिन वोट बैंक की खातिर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने अपनी यही मानसिकता बना रखी है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का होगा। पश्चिम बंगाल में, पिछले 10 वर्षों में सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्याएं हुई, दलितों के घर जला डाले गए, इसके बावजूद, प्रदेश के प्रताड़ित नागरिक भारतीय जनता पार्टी में ही अपनी समस्या का समाधान देख रहे हैं।”
प्रणव.संजय
वार्ता