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त्रिवेन्द्र ने की सिंचाई एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा

त्रिवेन्द्र ने की सिंचाई एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा

देहरादून, 06 सितंबर (वार्ता) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में सिंचाई एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री डेशबोर्ड पर आधारित ‘की-परर्फोमेंस इंडिकेटर’ पर आधारित समीक्षा के दौरान श्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं, हर हाल में निर्धारित समय से पूर्व पूरी की जाये।

उन्होंने कहा अधिकारी प्रत्येक माह कार्य स्थल का भ्रमण कर कार्य की प्रगति देंखे। सचिव स्तर से भी फील्ड में कार्यों का निरीक्षण किया जाए। खराब नलकूपों को तुरंत ठीक करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कमी न हो, इसके लिए जरूरत पड़ने पर, अतिरिक्त पम्पों की व्यवस्था भी रखी जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग एवं जमरानी बांध बड़ी परियोजना हैं। सौंग बांध का डिजाइन, जंगलों और पर्यावरण निकासी का कार्य जल्द कर लिया जाय। इसके लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाय। जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना के लिए भी सभी क्लीयरेंस सम्बन्धी कार्य जल्द कर लिए जाएं।

जमरानी बांध के लिए शुरूआती चरण में 47 करोड़ रुपये जारी किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा में गगास, पिथौरागढ़ में थरकोट, लोहाघाट के समीप कोलीढ़ेक एवं पौड़ी में ल्वाली झील के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। बैठक में श्री त्रिवेन्द्र ने हरिद्वार जिले के भौरी में पेयजल के परीक्षण के भी निर्देश दिये हैं, ताकि वहां के निवासियों को हो रही कठिनाई को दूर किया जा सके।

बैठक में जानकारी दी गई कि केदारपुरी की मंदाकिनी नदी की सुरक्षा का पुनर्निमाण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। हरिद्वार के जगजीतपुर में सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट का कार्य नवम्बर 2019 तथा विकासनगर के पांच गांवों में स्प्रिंकलर आधारित लिफ्ट सिंचाई निर्माण की योजना का कार्य, मार्च 2020 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।

राज्य में फ्लोटिंग सोलर पॉवर संयंत्र की स्थापना के लिए समझौता हो चुका है। इसकी डीपीआर, निविदा एवं निर्माण की कार्यवाही की जा रही है। इससे प्रतिवर्ष तीन करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।

बैठक में सिंचाई एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव डॉ. भूपेन्द्र कौर औलख, दिलीप जावलकर, अपर सचिव सोनिका, ईवा आशीष श्रीवास्तव एवं सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सं. उप्रेती

वार्ता

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