खेलPosted at: Mar 11 2017 7:43PM ट्रक रेसर बनते ही हाे गयी शादी
नयी दिल्ली ,11 मार्च (वार्ता) ट्रक ड्राइवरों को आमतौर पर भारत में हेय दृष्टि से देखा जाता है लेकिन टाटा ट्रक रेसिंग ने इन ड्राइवराें का जीवन ऐसा बदला है कि आंध्र प्रदेश के नागार्जुन ए की ट्रक रेसर बनते ही शादी भी हो गयी। भारत में आमतौर पर ट्रक ड्राइवरों की छवि ऐसी बनी हुयी है कि वे हाईवे पर मनमाने ढंग से चलते हैं। कहीं भी गाली गलौच कर सकते हैं और उनसे दूसरे वाहन चालकों को एक फासला बनाकर चलना चाहिये लेकिन टाटा मोटर्स की टी वन प्राइमा ट्रक रेसिंग ने ट्रक ड्राइवरों में ऐसा बदलाव ला दिया है कि उनके प्रति लोगों का नजरिया बदलने लगा है। टी वन प्राइमा ट्रक रेसिंग चैंपियनशिप के चौथे संस्करण का आयोजन 19 मार्च को देश के एकमात्र फार्मूला वन ग्रेटर नोएडा स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में होना है जिसमें लगातार दूसरे वर्ष भारतीय ड्राइवरों के लिये भी चैंपियनशिप का आयोजन होगा। भारतीय ड्राइवरों की चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिये गत विजेता आंध्र प्रदेश के नागार्जुन ,हरियाणा के जगत सिंह और उत्तर प्रदेश के मलकीत सिंह शनिवार को बुद्ध सर्किट में मौजूद थे और उन्होंने ट्रक रेसिंग में हिस्सा लेने के बाद अपने जीवन में आये बदलाव के बारे में बताया। पिछले साल विजेता बने नागार्जुन ने कहा,“ जब मैं ट्रक ड्राइवर था तो मेरे घर कोई शादी के लिये बात करने भी नहीं आता था लेकिन जैसे ही मैंने इस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और मेरे नाम के साथ जैसे ही रेसर शब्द जुड़ा ,मेरी शादी भी हो गयी।”