दुनियाPosted at: Nov 9 2018 11:07AM ट्रंप ने शक के आधार पर अटॉर्नी जनरल को हटाया
वाशिंगटन 09 नवंबर (वार्ता) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव में रूसी एजेंटों के साथ सांठ-गांठ का शक गहराने पर गुरुवार को अटॉर्नी जनरल जेफ सेशन को पद हटा दिया जिसके बाद श्री ट्रंप पर अमेरिका को संवैधानिक संकट की ओर धकेलने का आरोप लगा है।
विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मुलेर की जांच में वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान श्री ट्रम्प के चुनाव अभियान में रूस के साथ सांठ-गांठ थी या नहीं इसकी जांच को अमेरिकी राष्ट्रपति जानबूझ कर लटका रहे हैं।
श्री ट्रंप लगातार लोगों को डरा रहे हैं कि उनके पास किसी को भी हटाने और नियुक्त करने का शक्ति है और बुधवार को उन्होंने अटॉर्नी जनरल जेफ सेशन को हटाकर अपने वफादार मैथ्यू व्हिटकर नियुक्ति करके पहला संभावित कदम उठाया है।
अमेरिका के दो बड़े अधिवक्ता नील कटयाल एवं जॉर्ज कॉन्वे ने द न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखा है कि श्री ट्रंप ने बिना सिनेट की अनुमति के श्री व्हिटकर को नियुक्त करके कानून तोड़ा है। उन्होंने कहा कि श्री व्हिटकर की नियुक्ति असंवैधानिक है। यह गैरकानूनी है। इसका मतलब यह है कि श्री व्हिटकर इस पद पर रहकर जो भी काम करने का प्रयास करेंगे वह अवैध होगा।
श्री ट्रंप ने मंगलवार को मध्यवर्ती चुनाव से सहयोग के नये युग का वादा किया था लेकिन इस पर संदेह है कि वह रूस की जांच को खत्म करने की कोशिश कर रहे है और पत्रकारों के साथ अपने मतभेदों को और उग्र बनाकर अमेरिका में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।