लखनऊ, 14 अगस्त (वार्ता) लखनऊ छावनी स्थित दिलकुशा लॉन में आयोजित दो दिवसीय सेना मेले का बुधवार को समापन हो गया।
सेना प्रवक्ता के अनुसार दो दिवसीय आर्मी मेला के समापन के अवसर पर आगंतुकों की संख्या में वृद्धि हुई, जहां स्कूली बच्चों की संख्या आयोजन स्थल पर लगाए गए विभिन्न स्टालों पर अधिक संख्या में थी। सेना मेले में आये स्कूली बच्चों ने सेना के हथियारोें को न सिर्फ बेहद करीब से देखा बल्कि उन्हें छूकर महसूस किया तो उनके रोमांच का ठिकाना न रहा। यहां आए स्कूली बच्चों ने सेना और उसके क्रियाकलापों को भी समझा।
आर्मी मेडिकल कोर, रिक्रूटिंग ज़ोन और एनसीसी एयर फोर्स विंग के लोकप्रिय स्टालों के लिए भारी भीड़ थी जहाँ उत्सुक छात्रों ने बातचीत की और एनसीसी के माध्यम से विभिन्न प्रकार की प्रवेश योजनाओं का विवरण पाया।
इस मौके पर गोरखाओं द्वारा खुखरी नृत्य, असमिया सैनिकों द्वारा बिहू नृत्य, कुमाउनी नृत्य और दक्षिण भारतीय
नृत्य के आकर्षक प्रदर्शन ने स्कूली बच्चों और वहां मौजूद आम जनता को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपने देशभक्ति और आत्मा के साथ मिलिट्री बैंड ने मार्शल ट्यून्स और सॉन्ग को स्कूली बच्चों और आम जनता में देशभक्ति की भावना को फिर से जगाया।
गौरतलब है इस मेले का शुभारंभ मंगलवार को मेजर जनरल (मध्य यूपी सब एरिया) प्रवेश पुरी ने किया था। मेले में सेना युद्ध के बड़े हथियार और टैंक तो शामिल नहीं हो सके, लेकिन रॉकेट लॉन्चर, लाइट मशीनगन, 9 एमएम कार्बाइन, नाइट विजन कैमरे, चिकित्सीय क्षेत्र के उपकरण शामिल हुए।
त्यागी
वार्ता