जयपुर 21 सितंबर (वार्ता) ऑस्कर फाउंडेशन सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राजस्थान के झुंझुनूं की दो लड़कियां ज्योति और अमन आगामी एक अक्टूबर को पन्द्रह दिवसीय दौरे पर इंग्लैंड जायेगी।
स्पोर्ट्स फॉर डेवलपमेंट (एसएफडी) की अवधारणा पर कार्यरत मुंबई स्थित ऑस्कर फाउंडेशन ने वंचित वर्ग बच्चों के लिए इंग्लैंड के चौथे दौरे की घोषणा की जिसमें इन दो लड़कियों के अलावा मुंबई के 10 लड़के एवं लड़कियां और कर्नाटक में यादगीर के आस-पास के गांवों के चार बच्चों को शामिल किया गया है जिन्हें यूनाइटेड किंगडम फुटबॉल टूर पर भेजा जा रहा है। ये बच्चे भ्रमण के दौरान यूरोपीय स्कूली छात्रों के साथ मैत्रीपूर्ण फुटबॉल मैच खेलेंगे।
ऑस्कर फाउंडेशन के संस्थापक अशोक राठौड़ के अनुसार ऑस्कर फाउंडेशन बच्चों को स्कूल में रह कर पढ़ाई जारी रखने को प्रोत्साहित करने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के लिए फुटबॉल को एक प्रेरणादायी टूल के रूप में उपयोग कर रहा है। फुटबॉल और जीवन कौशल, शिक्षा और यूथ लीडरशिप प्रोग्राम के माध्यम से फाउंडेशन वर्ष 2010 से अब तक भारत में आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के 15 हजार बच्चों और युवाओं को सशक्त बनने में सहायता कर चुका है।
14 साल की ज्योति 10वीं कक्षा की छात्रा है जो सिविल सेवा में जाना चाहती है। उनके पिता एक टीवी इलेक्ट्रीशियन हैं जबकि उनकी मां घर पर रहती हैं। ज्योति झुंझुनूं जिले के अपने गांव में आठ लोगों के परिवार के साथ रहती है। ज्योति एक सेंटर मिडफील्डर है, जो पूर्ण उत्साह से फुटबॉल खेलती है। वह अपने गांव से विदेश जाने वाली पहली लड़की होंगी। ज्योति को आशा है कि उसे यूनाइटेड किंगडम में संस्कृति, शिक्षा और खेल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी जिसे वह वापस आकर अपने परिवार और दोस्तों के साथ अवश्य साझा करेगी।
11वीं कक्षा में पढ़ने वाली अमन फुटबाल मैदान पर फॉरवर्ड के रूप में अपनी टीम के लिए खेलती है। उसका खेल फुटबॉल के लिए उसके समर्पण को प्रदर्शित करता है। अमन एक दिन भारतीय महिला फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व करने की महत्वाकांक्षा रखती है और उसके लिए जी जान से मेहनत कर रही है। अमन यूनाइटेड किंगडम की अपनी आगामी यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित है क्योंकि यह किसी विदेशी देश की उसकी पहली यात्रा होगी और वह पहली बार विमान में उड़ान भरेगी।
श्री राठौड़ ने कहा कि यह दौरा इन बच्चों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा। उसका लक्ष्य अपने नए ज्ञान और अनुभव को अपने गांव के बच्चों और विशेष रूप से लड़कियों के साथ साझा करना है, जिससे वे भी सपने देखने और उनको पूरा करने के लिए प्रोत्साहित हो सकें।
उन्होंने कहा " इस कार्यक्रम के माध्यम से हम न केवल बच्चों को आवश्यक स्किल हासिल करने में मदद करते हैं बल्कि हम उन्हें फुटबॉल खेलने और साथ ही अकादमिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करते हैं। ऑस्कर इंटरनेशनल के साथ साझेदारी करके और इन बच्चों को इंग्लैंड जाने और यूरोपीय छात्रों के साथ मैच खेलने का अविश्वसनीय अवसर लेकर रोमांचित हैं। इस वर्ष मुंबई, राजस्थान के झुंझुनूं और कर्नाटक के यादगीर से 16 बच्चे इस कार्यक्रम के तहत इंग्लैंड का दौरा करेंगे। हमारा उद्देश्य खेलों के माध्यम से उनके विकास और भविष्य की तैयारी को बढ़ावा देना है।"
उन्होंने कहा कि उनका मिशन समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं को अपने लक्ष्यों के लिए प्रयास करने और अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करना है। ऑस्कर की स्थापना के बाद 107 बच्चों और युवाओं ने यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, अमरीका और डेनमार्क सहित कई देशों में घूमने और टूर्नामेंट के लिए विदेश यात्रा की है। वर्ष 2017, 2018 और 2019 में सफल यात्राओं के बाद यह इंग्लैंड का चौथा दौरा होगा। यह दौरा ऑस्कर इंटरनेशनल और यूके पार्टनर स्कूलों द्वारा प्रायोजित है और बच्चे और उनके परिवारों से दौरे के खर्च के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
जोरा
वार्ता