जम्मू,15 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में मेंढर सेक्टर के पुंछ में मुठभेड़ के दौरान घायल हुये दो राइफलमैन शहीद हो गये हैं। सेना ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। सेना ने यह भी कहा कि शहीद होने वाले दोनों जवान राइफलमैन हैं और इनमें से काेई भी जूनियर कमीशन अधिकारी नहीं है।
शहीद दोनों राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी (26) और योगंबर सिंह (27) उत्तराखंड के रहने वाले थे। वे गुरुवार को नियंत्रण रेखा पर आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान घायल हो गये थे। चूंकि रात के वक्त इनके शव बरामद नहीं किये जा सके थे, इसलिए इनकी पहचान को लेकर संशय बना हुआ था।
जम्मू में रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया नर खास वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ सेना का अभियान अभी भी जारी है।
उन्होंने कहा, “ अभियान के दौरान भारी गोलीबारी हुई जिसमें राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगंबर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये जिनका बाद में निधन हो गया। ”
प्रवक्ता ने कहा,“ राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगंबर सिंह ने अपना कर्तव्य निभाने के दौरान अनुकरणीय साहस, समर्पण का परिचय देते हुए देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। देश हमेशा इन बहादुरों का ऋणी रहेगा।”
नेगी टिहरी गढ़वाल जिले के विमान गांव से हैं, जबकि सिंह चमोली के शंकरी गांव से ताल्लुक रखते थे।
तीन दिन पहले मंगलवार शाम को पुंछ के सूरनकोट में सेना द्वारा ऑपरेशन चलाए जाने के बाद तलाशी शुरू की गई थी।
गुरुवार शाम को संयुक्त गश्ती दल नर खास वन क्षेत्र के भाटाधरियन इलाके में पहुंची। इस दौरान कम से कम तीन-चार आतंकवादियों ने उन पर गोली चलानी शुरू कर दी, जिस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
इससे पहले 12 अक्टूबर को पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में हुई गोलीबारी में एक जूनियर कमीशन अधिकारी और चार जवान शहीद हो गए थे।
मुठभेड़ राजौरी जिले तक फैली हुई है। नियंत्रण रेखा के पास जंगलों में सशस्त्र आतंकवादियों की तलाश अब भी जारी है।
जम्मू-कश्मीर के गजनवी फोर्स ने 12 अक्टूबर को हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी।
अरिजीता.श्रवण
वार्ता