नयी दिल्ली 29 मई (वार्ता) आहार में विविधता के बावजूद दो-तिहाई भारतीयों के भोजन में फाइबर की पर्याप्त मात्रा नहीं होती है और इस पर तत्काल ध्यान देने पर जोर दिया गया है।
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर यहां जारी एक अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय आबादी का एक बड़ा हिस्सा अपने दैनिक आहार में फाइबर की पर्याप्त मात्रा का सेवन नहीं करता है। अध्ययन के अनुसार दस में से सात भारतीयों के आहार में पर्याप्त फाइबर नहीं होता है। अध्ययन में हिस्सा लेने वाले लोगों में से 70 प्रतिशत भारतीय रोजाना आठ गिलास से कम पानी पीते हैं और 47 प्रतिशत भारतीय रोजाना छह घंटे या ससे कम सोते हैं। इसके अलावा 35 प्रतिशत भारतीय कोई भी शारीरिक गतिविधि नहीं करते और केवल 40 प्रतिशत लोग ही रोजाना किसी शारीरिक गतिविधि में हिस्सा लेते हैं। साथ ही, 75 प्रतिशत भारतीयों ने सामान्य से लेकर गंभीर तनाव से जूझने की बात स्वीकार की है।
प्रोटीन फूड्स एंड न्यूट्रिशन डेवलपमेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया एवं आशीर्वाद आटा विद मल्टीग्रेन्स के अध्ययन में 5.7 लाख से अधिक लोगों को शामिल किया गया।
एक अन्य अध्ययन के अनुसार कार्यालयों में बैठकर काम करने वाले पुरुषों एवं महिलाओं के लिए फाइबर युक्त आहार बेहद उपयोगी होता है क्योंकि इससे हमारे पाचन तंत्र सुचारु रुप से काम करता है। भरपूर फाइबर युक्त भोजन वाले एक संतुलित एवं पोषक आहार लेने और अनुशासित खान-पान की आदतें अपनाकर पाचन क्रिया को बेहतर बनाया जा सकता है तथा पाचन से जुड़ी बीमारियों से बचाव भी किया जा सकता है।
फाइबर की प्रचुर मात्रा वाले भोजन जैसे कि गेहूं के उत्पाद, मिश्रित अनाज, अनाज, फल, पत्तेदार सब्जियां आदि पाचन में मददगार होती है और शरीर को विभिन्न पोषक तत्व, विटामिन एवं खनिज प्रदान करते हुए अच्छी पाचन क्रिया बरकरार रखने में सहायता करती हैं।
सत्या, उप्रेती
वार्ता