ऑटोवर्ल्डPosted at: Jun 23 2016 6:42PM सीएनजी से दौडेंगे दुपहिया वाहन, पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत
नयी दिल्ली 23 जून(वार्ता) तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा है कि सरकार देश में स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। श्री प्रधान ने शहरों में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए आज एक बड़े कदम के तहत सीएनजी से चलने वाले दुपहिया वाहनों की शुरुआत की। इस मौके पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और नई दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी भी मौजूद थीं। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) और गेल इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) के इस कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की अगुआई में सरकार देश में स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए गैस का अधिक इस्तेमाल करने पर जोर दे रही है जिससे लोगों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने और प्रदूषण को नियंत्रित करने की प्रतिबद्धता को पूरा किया जा सके। फिलहाल देश की कुल ईंधन खपत में मात्र सात प्रतिशत गैस का इस्तेमाल होता है जबकि विश्व में यह करीब 24 प्रतिशत है। सीएनजी से दुपहिया चलाने के इस प्रयोग को ऐतिहासिक बताते हुए श्री प्रधान ने कहा कि अनुभव के आधार पर इसे तेजी से बढ़ाया जायेगा और राजधानी को स्वच्छ बनाने की प्रतिबद्धता को पूरा करने में मदद मिलेगी। तेल मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार को बवाना स्थित बिजली संयंत्र को पूरी तरह से एलएनजी पर चलाने के लिए पत्र लिखा गया है ताकि राजधानी के लोगों को सस्ती और साफ ऊर्जा मिले लेकिन राज्य सरकार की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। बदरपुर स्थित 350 मेगावाट का ताप ऊर्जा संयंत्र दिल्ली के सभी वाहनों से फैलने वाले प्रदूषण की तुलना में कहीं अधिक प्रदूषित करता है। प्रयोग के तौर पर 50 दुपहिया वाहनों में रेट्रोफिटीड सीएनजी किट लगाई जायेगी। इसकी शुरूआत आज दस स्कूटरों के पहले बैच के साथ की गई। श्री जावड़ेकर ने कहा कि सरकार देश में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 2020 तक यूरो-6 ईंधन को हासिल किया जायेगा। उनका मंत्रालय स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए पूरा सहयोग देगा। सरकार ने स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ई-रिक्शा की शुरूआत की है और इलेक्ट्रिक और हाईब्रिड कारों पर सब्सिडी दी गई। मिश्रा, सूरज जगबीर जारी (वार्ता)