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मोदी के कार्यकाल में अभूतपूर्व निर्णय हुए - चौहान

मोदी के कार्यकाल में अभूतपूर्व निर्णय हुए - चौहान

सांची, 15 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले एक वर्ष की अवधि में ऐसे अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं, जो व्यक्ति सोच भी नहीं सकते थे।

श्री चौहान ने रायसेन जिले में सांची विधानसभा क्षेत्र के अधीन आने वाले मेहगांव में जनसंपर्क अभियान की शुरूआत के मौके पर लोगों को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी भी मौजूद थे। राज्य में निकट भविष्य में सांची समेत 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है। भाजपा ने एक तरह से विधानसभा चुनाव अभियान की शुरूआत इस सभा के जरिए की।

श्री चौहान ने कहा कि श्री मोदी ने हाल ही में दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया है। इस दौरान अनुच्छेद 370 हटाने का निर्णय लिया गया। इस बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। उन्होंने कहा कि वहीं कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति के कारण इसे नहीं हटा रही थी। श्री मोदी के कार्यकाल में ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। ट्रिपल तलाक संबंधी मुद्दा भी सुलझाया गया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी ऐसे अनेक निर्णय लिए गए हैं, जो पहले कभी नहीं हुए।

श्री चौहान ने राज्य में कांग्रेस सरकार के पंद्रह माह के कथित गलत निर्णयों का भी जिक्र किया और कहा कि इस अवधि में किसान, गरीब, श्रमिक, युवा, महिलाएं और सभी परेशान रहे। इस कार्यकाल में भ्रष्टाचार अत्यधिक बढ़ गया था। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार ने दो माह से कुछ अधिक समय में ही किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों समेत सभी वर्गों के लिए कार्य करके दिखा दिया कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो विपरीत स्थितियों में भी सबके हित में कार्य किया जा सकता है। राज्य में कोेरोना पर नियंत्रण के लिए मजबूत कदम उठाए जा रहे हैं और इसके नतीजे सकारात्मक आएंगे।

श्री चौहान मेहगांव में जनसंपर्क अभियान के तहत कार्यकर्ताओं के घर पर भी गए और एक फोल्डर का विमोचन किया। श्री चौहान ने कहा कि श्री प्रभुराम चौधरी ने विधायक और मंत्री पद छोड़कर हमारा साथ दिया है। इसलिए हम विश्वास दिलाते हैं कि सांची क्षेत्र में विकास के और कार्य किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र का विकास वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार और अन्य नेताओं को साथ लेकर किया जाएगा।

श्री प्रभुराम चौधरी ने अपने संबोधन में केंद्र और मौजूदा राज्य सरकारों के कार्याें की भी प्रशंसा की। श्री चौधरी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सांची से कांग्रेस के टिकट पर चुने गए थे। वे तत्कालीन कमलनाथ सरकार में मंत्री भी थे, लेकिन मार्च 2020 के राजनैतिक घटनाक्रमों के चलते श्री चौधरी समेत 22 कांग्रेस विधायकों ने श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नक्शेकदम पर चलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके पहले सभी 22 तत्कालीन विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।

राज्य में इन 22 सीटों के अलावा दो अन्य विधानसभा सीटों पर संबंधित विधायकों के निधन के कारण निकट भविष्य में उपचुनाव होना है। चुनाव संबंधी घोषणा औपचारिक तौर पर नहीं हुयी है, लेकिन भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। माना जा रहा है कि सांची समेत सभी 22 सीटों पर भाजपा उन तत्कालीन विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारेगी, जो दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में विजयी हुए थे।

सं प्रशांत

वार्ता

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