तेहरान 11 नवंबर (वार्ता) ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों का ईरान की अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
श्री रूहानी ने कहा,“ इन प्रतिबंधों का हमारी अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि अमेरिका हमारे खिलाफ पहले ही अपने सभी हथियार इस्तेमाल कर चुका है और इसमें कुछ भी नया नहीं है।”
अल-ज़जीरा की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की ओर से लगाए गए नए प्रतिबंधों का असर ईरान के बैंकिंग सेक्टर पर पड़ेगा। अमेरिकी प्रतिबंधों से ईरान का तेल निर्यात प्रमुख रूप से प्रभावित होगा।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा,“ ईरान आपके गैर-कानूनी और अन्यायपूर्ण प्रतिबंधों से निपट लेगा।” इसी बीच, अमेरिका ने इराक को 45 दिनों के लिए ईरान से प्राकृतिक गैस और तेल आयात करने की छूट दे दी है। इराक में अमेरिकी दूतावास ने इस बात की जानकारी दी।
अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तल्ख हुए हैं। मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के इस अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद अमेरिका ने ईरान पर पांच नवंबर से नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
अंतरराष्ट्रीय निगरानी समूूहों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ईरान की तेल आधारित अर्थव्यवस्था को चरमराना चाहते हैं ताकि उसे उसकी परमाणु महत्वाकांक्षाओं और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को बंद करने के लिए बाध्य कर सके। अमेरिका ईरान पर सीरिया, यमन और लेबनान जैसे देशों में आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप भी लगाता रहा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।
रवि
वार्ता